ख्वाजा पीर की की हजारी
बिस्मिल्लाह रहमान रहीम या ख्वाजा या खिज्र जिंदा पीर जल थल ते सिमरिया हजरत ख्वाजा पीर दस्तगीर पीरा दा पीर फकीरा दा फकीर हजरत ख्वाजा पीर स्वीकार करी कच्चा पका दरिया भोग भेटमेरे पीर हजारिया कढ़ाईयां लगवा तेरे दर सिर चढ़ लेखें नाम।
आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ में सनी शर्मा एक बार फिर से आप सभी के लिए ख्वाजा पीर जी की हाजिरी का विधान लेकर आया हूं पीर साहब की हाजिरी गुरुवार या रविवार को आप लोग दे सकते हो गुरु आज्ञा से ही सारे कार्य संपूर्ण होते हैं गुरु सर्वप्रथम सबसे आगे होता है जगत में
देवता से भी आगे गुरु का मान और गुरु की पगड़ी का मान रखना पड़ता है सनी नाथ चैनल के ऊपर जाएं और उसको सब्सक्राइब कर ले और यूट्यूब पर लाइव चैट में मेरे साथ बात कर सकती हो बाकी की सर्विस पर है इस काम को मात्र याद करना है किसी भी नदी तालाब के पास जाकर 22 बार ही जब करना है और हाजिरी आपने भर देंगे हाजिरी में बाबा जी को मीठे चावल दलिया और अपने हिसाब से लॉन्ग इलायची मीठा पान और अन्य प्रकार की सामग्री जो आप ला सकते हो आपकी समर्था हो उस हिसाब से आप लोग भी सकती हो गुरु की जैसी आज्ञा होती है उसी प्रकार से ही आपने बाबाजी का पीड़ा देना होता है पांच बड़े देने पर आपके सारे काम निकल जाते हैं किसी भी प्रकार का ऐसा काम जो काफी समय से अटका पड़ा है हर किसी व्यक्ति में हाथ खड़े कर दिए तो स्वयं आप इसका
प्रयोग कर सकते हो जो लोग पीरों फकीरों सुकरो की सेवा करते हैं उन लोगों के लिए यह विधि कारगर सिद्ध होगी अन्य प्रकार की जानकारी के लिए कंसल्ट कर सकते हो अरदास लगवा सकते हो अरदास और कंसलटिंग फीस खर्चा यूट्यूब चैनल पर देख सकते हो अथवा वेबसाइट को पढ़कर भी मेरे साथ कर सकते हो जय गुरु गोरखनाथ सनी नाथ शर्मा ।
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