बाबा खैत्रपाल
सतनाम आदेश गुरु जी सुनेहरी जट्टा बाबा खैत्रपाल झंडी मैं आपका वासा तेल लगोटा कानों कुण्डल गले में रुद्र की माला भोग
लगाऊं दीप जलाऊं पास रखू कमंडल पानी अपने साथ खैत्र की करो रक्षा सामने आवे तेरा रूप नूरानी जो को पूजे धिआवे सो सुख पावे दर्शन देना मान शिव भोले के आदेश रावत सरके बाबा खैत्रपाल बाबा को आदेश आपको आदेश आदेश।
आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ में सनी शर्मा एक बार फिर से आप सभी के लिए बाबा खेत्रपाल की साधना लेकर आया हूं जिन लोगों के कुलदेवता बाबा खेतरपाल जी महाराज निकलते हैं वह लोग इस मंत्र का प्रयोग कर सकते हैं इस मंत्र का
प्रयोग करने से पहले गुरु दीक्षित होना और गुरु कृपा होना अनिवार्य है क्योंकि यह एक उग्र साधना है इस साधना का प्रयोग रुद्राक्ष की माला के ऊपर किसी भी प्रकार के आसन के ऊपर बैठकर सवा महीना गुरु कृपा से आपने ऊपर दिए गए मंत्र की नित्य दो माला एक सुबह एक शाम को करनी है भोग में आपने तेल चोले वाला संदूर बाबाजी के स्थान पर दीपक जलाना है कमंडल पानी का साथ में रखना है और भोग में आप बाबा जी को लड्डू बताशे प्रसाद अपने हिसाब से लगा सकते हो समरथा के अनुसार भोग देना है 41 दिनों में इस मंत्र की सिद्धि प्राप्त होती है साधना की अन्य जानकारी के लिए मेरे यूट्यूब चैनल सनी नाथ को जरूर देखें लाइव चैट में मेरे साथ बात कर सकते हो अपना प्रश्न पूछ सकते हो वहां पर फ्री में उत्तर दिया जाता है बाकी की सर्विस पेड़ है साधना के अनुसार ही मेरा भोग प्रसाद रहता है किसी भी मंत्र को करने से पहले आप मेरे धोने पर अरदास लगवा सकते हो उसकी जानकारी यूट्यूब चैनल के डिस्क्रिप्शन बॉक्स और मेरी वेबसाइट पर
आपको लिखित में मिल जाएगी आप पढ़ सकते हो जन कल्याण हेतु कि यहां पर मंत्र प्रकाशित किए जाते हैं साधना में कोई त्रुटि नफा नुकसान आप लोगों का रहता है क्योंकि इंटरनेट की दुनिया में कई प्रकार की क्रियाएं अथवा मंत्र प्राप्त होंगे लेकिन गुरु नहीं देगा कि आपको गुरु की आज्ञा गुरु कृपा और गुरु का वचन आप लोगों के लिए अमृत समान कार्य करता है इसीलिए गुरु कृपा से ही इस मंत्र का प्रयोग करना हंड्रेड एंड 10% आप लोगों को इस मंत्र का पॉजिटिव परिणाम मिलेगा क्योंकि मंत्र प्रमाणित है मंत्र का प्रयोग करके देखा गया है मंत्र कार्यकर्ता है मंत्र का गुप्त विधान आप जब अरदास लगात हो या आप हमसे कंसल्ट करते हो तो आप लोगों को पूर्ण रूप से समझा दिया जाता है आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ सनी नाथ शर्मा ।
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