दिवाली पर माँ लक्ष्मी की साधना अत्यधिक शुभ मानी जाती है। यह साधना धन, सुख-समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति के लिए की जाती है। दिवाली के दिन की गई साधना का विशेष महत्व होता है, क्योंकि यह अमावस्या की रात होती है और इस रात लक्ष्मी माता पृथ्वी पर भ्रमण करती हैं। इसलिए विधिपूर्वक लक्ष्मी माता की पूजा और साधना करने से घर में सुख, शांति और धन की वृद्धि होती है।

 दिवाली पर माँ लक्ष्मी की साधना अत्यधिक शुभ मानी जाती है। यह साधना धन, सुख-समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति के लिए की जाती है। दिवाली के दिन की गई साधना का विशेष महत्व होता है, क्योंकि यह अमावस्या की रात होती है और इस रात लक्ष्मी माता पृथ्वी पर भ्रमण करती हैं। इसलिए विधिपूर्वक लक्ष्मी माता की पूजा और साधना करने से घर में सुख, शांति और धन की वृद्धि होती है।


### दिवाली पर लक्ष्मी साधना की विधि:


#### 1. **पूजा स्थान की तैयारी**:

   - सबसे पहले घर की अच्छी तरह से साफ-सफाई करें और पूजा स्थान को शुद्ध और स्वच्छ बनाएं। 

   - घर के मुख्य दरवाजे के सामने रंगोली बनाएं और दीप जलाएं।

   - पूजा के लिए एक साफ-सुथरा स्थान चुनें और वहां एक लाल या पीला वस्त्र बिछाएं।

   - माँ लक्ष्मी की मूर्ति या चित्र को पूजा स्थान पर स्थापित करें। साथ ही गणेश जी की मूर्ति भी रखें, क्योंकि बिना गणेश पूजा के कोई भी पूजा पूरी नहीं मानी जाती।


#### 2. **लक्ष्मी पूजन की सामग्री**:

   पूजा में उपयोग होने वाली सामग्री इस प्रकार है:

   - मूर्ति या चित्र: माँ लक्ष्मी और भगवान गणेश की।

   - दीपक: तिल या घी का।

   - कपूर, धूपबत्ती।

   - चावल (अक्षत), कुमकुम, हल्दी।

   - पुष्पमाला, गेंदा के फूल, गुलाब।

   - नारियल, सुपारी, पान।

   - मिठाई, फल।

   - कलश (जल भरा हुआ)।

   - सिक्के या धन की थैली।

   - पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद और शक्कर का मिश्रण)।


#### 3. **माँ लक्ष्मी की मूर्ति का पूजन**:

   - **शुद्धिकरण**: सबसे पहले स्वयं शुद्ध हो जाएं। स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें।

   - माँ लक्ष्मी की मूर्ति या चित्र को पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद और शक्कर) से स्नान कराएं।

   - इसके बाद मूर्ति को साफ जल से स्नान कराएं और स्वच्छ कपड़े से पोंछकर पुनः स्थापित करें।

   - माँ लक्ष्मी को सुंदर वस्त्र और आभूषण पहनाएं। यदि संभव हो तो चंदन और हल्दी का लेप करें।


#### 4. **गणेश पूजन**:

   - सर्वप्रथम भगवान गणेश की पूजा करें। भगवान गणेश को अक्षत (चावल), पुष्प, धूप-दीप, मिठाई और प्रसाद अर्पित करें।

   - "ॐ गणेशाय नमः" मंत्र का जाप करें और गणेश जी से पूजा में आने वाली बाधाओं को दूर करने की प्रार्थना करें।


#### 5. **लक्ष्मी पूजन**:

   लक्ष्मी पूजन की शुरुआत करते समय माँ लक्ष्मी को अक्षत, फूल, धूप, दीप, चंदन, कुमकुम, हल्दी अर्पित करें।

   

   **मंत्र**: लक्ष्मी पूजन के दौरान निम्नलिखित मंत्रों का जाप करें:


   ```Sanskrit

   ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः।

   ```


   इस मंत्र का 108 बार जाप करें। इस दौरान ध्यान करें कि माँ लक्ष्मी आपके घर में आ रही हैं और आशीर्वाद प्रदान कर रही हैं।


#### 6. **लक्ष्मी माता की आरती**:

   मंत्र जाप के बाद लक्ष्मी माता की आरती करें। आरती में दीपक जलाएं और घी या तिल के तेल का दीपक लें। साथ में कपूर जलाकर धूप करें।

   

   आरती के बाद मां लक्ष्मी से घर में धन-धान्य, सुख-समृद्धि और शांति की प्रार्थना करें।


#### 7. **कुबेर पूजन**:

   माँ लक्ष्मी के साथ भगवान कुबेर की भी पूजा करें, क्योंकि कुबेर देवता धन के रक्षक माने जाते हैं। कुबेर पूजन से धन की वृद्धि होती है और धन की रक्षा होती है।


   **कुबेर मंत्र**:


   ```Sanskrit

   ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा।

   ```


#### 8. **कनकधारा स्तोत्र का पाठ**:

   दिवाली के दिन माँ लक्ष्मी की प्रसन्नता के लिए "कनकधारा स्तोत्र" का पाठ अत्यधिक फलदायी माना जाता है। इसे आदिशंकराचार्य द्वारा रचित एक महत्वपूर्ण स्तोत्र माना जाता है, जो माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए विशेष रूप से प्रभावशाली है।


#### 9. **चंद्रमा को अर्घ्य**:

   दिवाली के दिन चंद्रमा को अर्घ्य देना शुभ माना जाता है। चंद्रमा को अर्घ्य देने से मानसिक शांति और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। जल में दूध और चावल मिलाकर चंद्रमा को अर्पित करें और उनसे अपने जीवन में सुख-शांति और धन की कामना करें।


#### 10. **नैवेद्य और प्रसाद**:

   पूजा के अंत में माँ लक्ष्मी को नैवेद्य (भोग) अर्पित करें, जिसमें मिठाई, फल और पंचामृत शामिल हो। पूजा समाप्त होने के बाद प्रसाद को परिवार के सदस्यों में बांट दें।


### दिवाली साधना के कुछ विशेष मंत्र:


#### 1. **महालक्ष्मी बीज मंत्र**:

   ```Sanskrit

   ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः।

   ```


   यह मंत्र अत्यंत प्रभावी माना जाता है। दिवाली के दिन इस मंत्र का 108 बार जाप करें।


#### 2. **श्री सूक्त का पाठ**:

   श्री सूक्त का पाठ भी लक्ष्मी पूजन का एक प्रमुख भाग होता है। इसे अत्यंत शुभ और फलदायी माना जाता है।


#### 3. **लक्ष्मी गायत्री मंत्र**:

   ```Sanskrit

   ॐ महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णुपत्नी च धीमहि तन्नो लक्ष्मीः प्रचोदयात्।

   ```


   यह मंत्र धन और समृद्धि की वृद्धि के लिए बहुत प्रभावी है। इस मंत्र का भी जाप कर सकते हैं।


### दिवाली पर लक्ष्मी साधना के लाभ:

- माँ लक्ष्मी की साधना से घर में धन-धान्य, सुख-शांति और समृद्धि आती है।

- यह साधना जीवन से दरिद्रता, तनाव और आर्थिक परेशानियों को दूर करती है।

- लक्ष्मी पूजन से जीवन में सौभाग्य और वैवाहिक जीवन में सुख की वृद्धि होती है।


### निष्कर्ष:

दिवाली पर लक्ष्मी माता की साधना विशेष रूप से धन, सुख-समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति के लिए की जाती है। विधिपूर्वक और श्रद्धा से लक्ष्मी माता का पूजन करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, और माँ लक्ष्मी की कृपा से आर्थिक और पारिवारिक जीवन में उन्नति होती है।


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