रियल गोरक्ष फटकार नाथ पंथी सिद्ध शाबर मंत्र कोई तोड़ नहीं कोई काट नहीं Real goraksh fatkar ka siddh paryog

गोरक्ष डिब्बी जहाँ खाई वहाँ दबी गोरक्ष डिब्बी गोरक्ष फ़टकार।पढ़कर मारूँ मंगलवार काले उड़द गौरी राई।चौराहे की मिट्टी मढ़ी मसाण की विभुति माई जिसको ये लगे वो कूदे नो नो ताल जो नहीं लगे तो माया मछिन्द्रनाथ की करोड़ करोड़ दुहाई अन्न जल को तरस जाये गोबर खाये।विष्टा खाये नीचे सिर ऊपर पैर कर कपड़े फाड़ जंगल में भाग जाये फिर कर कभी नहीं देखें घर बार भरमता फिरें दसों द्वार शब्द साँचा पिण्ड काँचा फुरे मन्त्र ईश्वर महादेव तेरी वाचा फिरें घट पिण्ड की रक्षा श्री त्रिपुर बाला सुन्दरी माई करें इतना गोरक्ष फ़टकार मन्त्र जाप सम्पूर्ण भया गोरक्ष टिल्ले पर गादी बैठ राजा भृतहरि ने राजा गोपीचन्द को पढ़ कथ कर सुनाया श्री नाथजी गुरुजी को आदेश आदेश आदेश।


काफी ज्यादा पब्लिक की डिमांड पर ही मैं गोरख फटकार लेकर आया हूं यह फटकार दुनिया का सबसे बड़ा अस्तर है इस अस्त्र का प्रयोग तब किया जाता है जब आपको कोई व्यक्ति तांत्रिक क्रियो के द्वारा दुखी करता है इसको सिद्ध करने के लिए 41 दिन तक का जाप करना पड़ता है रुद्राक्ष की माला के ऊपर समर्थन अनुसार और गुरु आज्ञा से ही मंत्र का जाप करें धोना होना जरूरी है वहीं पर बैठकर ही मंत्र का प्रयोग होता है साधना का हर एक नियम की पालना आप लोगों ने करनी है अगर नियम तोड़ देते हो तो मंत्र जागृत नहीं होतेहैं साधना गुरु की कृपा दृष्टिमें ही सिद्ध होनी है अगर आप लोगों के गुरु नहीं है तो मंत्र का प्रयोग नहीं करना है जनकल्याण हेतु प्रयोग यहां पर बताया गया है लेकिन जब तक गुरु का हाथ सर परनहीं है तब तक कोई भी मंत्र कार्य नहीं करता है तो सदैव गुरु के सानिध्य में चले और गुरु की आज्ञामें ही मंत्रों का प्रयोग करे ।





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