राम जी का मंत्र "ॐ श्री राम, जय राम, जय जय राम" है। यह मंत्र रामायण और अन्य हिंदू धर्मिक प्रतिमाओं में बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। इस मंत्र का जाप करने से चित्त शांति, मानवीय उत्थान और आध्यात्मिक उन्नति होती है।

 राम जी का मंत्र "ॐ श्री राम, जय राम, जय जय राम" है। यह मंत्र रामायण और अन्य हिंदू धर्मिक प्रतिमाओं में बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। इस मंत्र का जाप करने से चित्त शांति, मानवीय उत्थान और आध्यात्मिक उन्नति होती है। 


मंत्र जाप की विधि इस प्रकार है:


1. **ध्यान और शुद्धिकरण (पवित्रता)**: शुद्ध मन, शरीर और आत्मा के साथ बैठें। ध्यान केंद्रित करें और मन को शांत रखें।

2. **मंत्रोच्चारण (जाप)**: शुद्ध मन से "ॐ श्री राम, जय राम, जय जय राम" का जाप करें। यह मंत्र ध्यान के साथ बोला जाना चाहिए।

3. **समाप्ति**: जाप के बाद ध्यान को स्थिर रखें और आत्मा के साथ एकता महसूस करें। ध्यान समाप्त होने पर धन्यवाद का अभिवादन करें।


मंत्र जाप को नियमित रूप से और श्रद्धापूर्वक करने से उसकी शक्ति में वृद्धि होती है और ध्यान की स्थिति में सुधार होता है। ध्यान और मंत्र जाप की अभ्यास से अध्यात्मिक उन्नति, शांति और समृद्धि प्राप्त होती है।




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