गुरु गोरखनाथ जी का जन्म कथाएँ भारतीय धार्मिक और आध्यात्मिक परंपराओं में बहुत प्रसिद्ध हैं, लेकिन उनके जन्म स्थान और तारीख के बारे में विद्वानों के बीच मतभेद हैं। पारंपरिक कथा के अनुसार, गुरु गोरखनाथ जी का जन्म नेपाल के एक छोटे से गाँव में हुआ था। वे नाथ सम्प्रदाय के महान योगी और गुरु थे, जो विशेष रूप से हठ योग और तंत्र विद्या के प्रवर्तक के रूप में प्रसिद्ध हैं।
गुरु गोरखनाथ जी के जन्म से जुड़ी एक प्रसिद्ध कथा है कि उनका जन्म एक विशेष योगी परिवार में हुआ था। उनकी माता का नाम देवी गायत्री था और पिता का नाम श्री माधव था। एक दिन जब उनकी माता देवी गायत्री पूजा कर रही थीं, तो उन्हें आकाशवाणी हुई कि उनका बेटा एक महान योगी बनेगा। कुछ समय बाद, गोरखनाथ जी का जन्म हुआ और उनके जन्म के समय ही आसमान में दिव्य आभा फैल गई थी।
उनके बचपन से ही असाधारण गुण प्रकट होने लगे थे। वे बहुत ही बुद्धिमान, साहसी, और योग में निपुण थे। बचपन में ही गोरखनाथ जी ने ध्यान और साधना शुरू कर दी थी, और वे जल्दी ही हठ योग और तंत्र विद्या में माहिर हो गए थे। उनके बारे में यह भी कहा जाता है कि उन्होंने कई चमत्कारी कार्य किए और कई महान गुरुओं से शिक्षा प्राप्त की।
गोरखनाथ जी की जीवन यात्रा और उनके योगदान को ध्यान में रखते हुए उन्हें एक महापुरुष और सिद्ध योगी के रूप में पूजा जाता है। वे नाथ सम्प्रदाय के संस्थापक के रूप में भी प्रसिद्ध हैं, जिन्होंने भारत में योग और तंत्र की महत्ता को बढ़ाया।
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