नवग्रहों को पूजन और मंत्र जाप का महत्व हिन्दू धर्म में बहुत माना जाता है। नवग्रहों के मंत्रों का जाप शुभ फल प्रदान करने के लिए किया जाता है। नीचे दिए गए हैं नवग्रहों के मंत्र जाप की विधि और नियम ।

नवग्रहों को पूजन और मंत्र जाप का महत्व हिन्दू धर्म में बहुत माना जाता है। नवग्रहों के मंत्रों का जाप शुभ फल प्रदान करने के लिए किया जाता है। नीचे दिए गए हैं नवग्रहों के मंत्र जाप की विधि और नियम:

1. **शनि (Saturn)**: "ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नमः" मंत्र का जाप करें। शनिवार को ब्राह्मण को दान दें।

2. **सूर्य (Sun)**: "ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः" मंत्र का जाप करें। रविवार को जल चढ़ाव करें।

3. **चंद्र (Moon)**: "ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चन्द्रमसे नमः" मंत्र का जाप करें। सोमवार को चांदी का दान करें।

4. **मंगल (Mars)**: "ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः" मंत्र का जाप करें। मंगलवार को लाल रंग के कपड़े पहनें।

5. **बुध (Mercury)**: "ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः" मंत्र का जाप करें। बुधवार को ताम्बे का दान करें।

6. **गुरु (Jupiter)**: "ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः" मंत्र का जाप करें। गुरुवार को केसरिया वस्त्र पहनें।

7. **शुक्र (Venus)**: "ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः" मंत्र का जाप करें। शुक्रवार को सफेद फूल चढ़ाएं।

8. **राहु (Dragon's Head)**: "ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः" मंत्र का जाप करें।

9. **केतु (Dragon's Tail)**: "ॐ स्रां स्रीं स्रौं सः केतवे नमः" मंत्र का जाप करें।

नवग्रह मंत्रों का जाप अनुसार किसी अच्छे गुरु के मार्गदर्शन में करें। मंत्र जाप के दौरान ध्यान और श्रद्धा को बनाए रखें। नवग्रहों के प्रति समर्पण और निष्काम भाव से किया गया जाप शुभ फल प्रदान करता है।

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