अघोरी वीर साधना
यह अघोरी दुनिया से सब काम करता है गुरु कृपा से चलना है गुरु बिना साधना नहीं होती है गुरु कृपा से साधना करनी है दिन रात पूछा देता है यह अघोरी दिन रात आपके काम करता है किसी भी व्यक्ति के मन की बात बता देता है काम में आवाज आती है इस मंत्र के जाप से इस मंत्र को जपने के लिए रुद्राक्ष की माला कार्यक्रम पन का आसन काले कंबल का ही आसन लेना है और कार्य वस्त्र पहनकर ही मंत्र का जाप करना मांस और मद्रा का होगा आपने देना 41 दिन तक आपने इस मंत्र का जाप
।। मंत्र ।।
ऊगत तारे , भये भुनसारे
यहाँ अघोरी आन विराजे ,
लकड़ी जरे , मुर्दा चिल्लाये ,
तहाँ अघोरी वीर किरकिराए !!
मेरी भक्ति , गुरु की शक्ति,
देख देख रे अघोरी,तेरे आखिरी मंत्र की दुहाई !!
ऐसे साधना में बिना प्रोटेक्शन के आपने चलना नहीं है इस साधना में आसन बंधन दे बंधन रक्षा मंत्र का प्रयोग करना है रात्रि 10:00 बजे ही प्रयोग करना है एक मटका पानी का भरकर आपने अपने पास रखना बाकी जानकारी के लिए कंसल्ट ही कर सकते हैं
नोट – यह साधना बड़ी ही उग्र है ! इस साधना को सोच विचार कर गुरु आज्ञा से ही करे !
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