नागेगुरु इस्माइलयोगी की साधना गुप्त गुरु मंत्र जाप
योग योगिया तूने योग रचाया सिद्ध बाबा
नागे ने अपना धुना लाया धुनें ते बैठ के
अलख राचार्य सिद्ध बाबा नागे गुरु जी ने
मई मदानण ********************
पाई सिद्धि पाई यति गोरक्ष ने जब ललकार
लगाई,*************************
सबल सिंह बाबरी जैसा चेला पालिया ३८०
***************** बैठे धुनें पर गोरख
यति की मान बड़ाई,सफीदो धाम मैं
************** अस्तबली पीर को पहले
चलाया ,माता शाम कोर करे चकरी बाबे
सबल सिंह बोरी दी,पांचो दे पांच बाबरी
*************** आओ बाबा नागियो
रखो गोरख यति दी लाज बोलो गोरखनाथ
जी की जय जय कार बोलो बाबा नागे गुरु
*******************************
शक्ति दी जय जय कार आदेश आदेश सनी नाथ !
नागेगुरु एक ऐसे गुरु है जिनके पास मसाणिया और ५२०० सुर्खी चलती है जिस मैं उनके सहक्तिया है भूत प्रेत जिन्नात सब है नगगुरु जी की शक्ति मुरथल धाम से चलती है सारी सकती का सञ्चालन सद्गुरु महाराज गुरु गोरखनाथ जी के सानिध्य मैं होता है इनकी साधना करने से पहले गुरु मंत्र लेना जरूरी है क्युकी पूर्ण सिद्धि के लिया आपको धुनें तापने पढ़ते है वो विद्या आपको गुरु ही दे सकता है मंत्र के कुछ शब्द मैं यहाँ नहीं दिए क्युकी लोग बिना पूछे ही सुरु हो जाते है साधना करनी है तो पूर्ण विधि के साथ ही की जाती है आदेश आदेश जाऊ गुरु गोरखनाथ सनी नाथ शर्मा !
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