बाबा सबल सिंह बोरी चौकी कलाम
सतनमो आदेश सत्गुरुओ को आदेश आदेश
चला काले जंगल से बाबा सबल सिंह बोरी
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रे चलो बाबा सबल सिंह बोरी साब तनु तेरे
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ओथे आया सबल सिंह जवान कंधे दोनाली
माता शामकौर निर्यारी,चलन पंज दे पंज
बाबरी तेरे नाल,*******************
मुर्गा तेरे नाम आना बाबा सबल सिंह जबान
चढ़ अपने भगत से दे सिर दिखा अपना कमाल
*************** बोरी दी चौकी बैठी कलिका
तेरे नाल, आगे पीछे चलन कलुए ते मसाणिया ,
भन छाती मेरे वैरी दी जिंदा बिगाड़े मेरे काम
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रखो माता कपूरी दी लाज, रखो बाबा गोरख दी
**************************, रखो बाबा
माता शामकौर दी लाज, रखो मई शैडो दी लाज
रखो बाब गुगे जाहरपीर दी लाज रखो बाबा दादा
गुरु मछिन्द्रनाथ दी ********************
दी लाज रखो बाबा ३३ कोटि देवतन दी लाज बोलो
बाबा सबल सिंह जवान दी जय जय कार अलख आदेश !
सनी नाथ !
सफीदों धाम की एक ऐसी शक्ति जिसके लिए कोई भी काम असमंभव नहीं है सारे काम चुटकी बजाते ही कर देते है बाबा सबल सिंह बोरी इनकी शक्ति अपरम्पार है पिरतो की खोल देने है कही शक्ति प्रदान करते है जैसे का मसानी इनके जोड़े मैं शामकौर मोहनी इनके जोड़े मैं माता मदानण चौगानन जिनकी शक्ति के आगे बड़े बड़े भगत हाथ जो जाते है इनकी साधना गुरु आगया से गुरु कृपा से करनी है क्युकी मंत्र मैं विधान मैं कुछ का कुछ गुरु का नियम होता है मैंने यहाँ शब्द पूरा नहीं दिया गुरु ज्ञान गुरु कृपा से ही मिलता है सनी नाथ शर्मा आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ !
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