ख्वाजा साब जी की इबादत (कलाम जाप ) (KHAWAJA PEER SAAB KI IBADAT GURUMUKHI JAAP)

 ख्वाजा साब जी की इबादत (कलाम जाप ) 



चाँद वे चाँद जुम्मे वाली रात चलिया
ख्वाजा बलवान,नीला एम्बर नीला 
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****** पालकी विच बैठे ख्वाजा साब 
मके मदीने तो चले बाबा हज़रत ख्वाजा 
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विचो निकले आल्हा दा नाम, ******
नू पूजे कुल आलम जहान,मदीने विच 
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बलवान,जल ते सिमरदे लोग तेनु
थल ते पूज्दे तेरे गुलाम,सोना मुखरा
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ख्वाज साब खोलो सबसे भेद नहीं ता 
तेनु तेरे गुलाम की भगति की आन 
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जहान ! सनी नाथ 


गुरु ज्ञान  अलमोल है सद्गुरु की कृपा से हो आपको यह ज्ञान देता हु कुछ गुरु ऐसा है जो डायरेक्ट नेट पर का किताब मैं नहीं दिया जा सकता है गुरु आज्ञा से ही कुछ मंत्र जागृत होता है गुरु नियम गुरु आदेश और गुरु महाराज जा आपके लिए अरदास करते है तब आपके मंत्र काम करते है सद्गुरु की सेवा मैं जो व्यक्ति विलीन रहता है वही इंसान सिद्ध पुरष बनता है गुरु नियम और गुरु कृपा से वेबसाइट पर सारे पोस्ट अच्छे से पढ़े ज्ञान देने के लिए ही मैंने सब बताया है आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ सनी नाथ शर्मा ! सबसे बड़ी भगति होती है उसके बाद मैं आता है सब कुछ गुरु नाम मैं सब कुछ गुरु वही ज्ञान देता है जो गुरु के पास होता है क्युकी सिद्धि चौकी उसकी दी जाती है जो स्वयं मैं गुरु के उम्र आता है ऐसे किसी की चौकी किसी को नहीं डी जाती है अगर किसी पर आती है तो वो उसका अच्छा करम है भगति है जो उसको वो चीज़ विरासत मैं मिली है ! अलख आदेश जय गुरु गोरखनाथ सनी नाथ ! 





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