कैसे चलते है गोगा जाहरवीर महाराज के साथ मैं कैसे चलाये पांच पीर को GOGA JI MHARAJ AUR UNKE PANCH PEER SIDDHI

आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ में सनी शर्मा एक बार फिर से आप सभी के लिए महत्वपूर्ण जानकारी लेकर आया हूं ऐसी जानकारी के आधार पर आप गोगा जी के साथ चल रहे पांच पीरों की शक्तियों का पूर्ण रूप से प्रयोग कर सकते हो यह वह पांच पीर है जो गोगाजी के सहाई है गोगा जाहरवीर महाराज के साथ यह शक्तियां चलती है इन पांच पीरों को चलाने का कुछ नियम होता है साधना सिद्धि में अगर आप गुरुमुखी हो आपके पास गुरु का दिया गुरु मंत्र है और किसी भी संपदा से आप दीक्षित हो आप किसी का कार्य करते हो वह कार्य पूर्ण रूप से होता है तो आप यह विधान भी अपने ऊपर लागू करके जन कल्याण हेतु इस विद्या को भी आप सीख सकते हो और प्रयोग में ले सकते हो ज्यादा जानकारी के लिए मेरे यूट्यूब चैनल सनी नाथ पर विजिट करें चैनल को सब्सक्राइब जरूर करें ताकि जब भी मैं लाइव आऊ आप फ्री में बात कर सके बाकी की जानकारी मेरी वेबसाइट और यूट्यूब चैनल पर लिखित में मिल जाएगी अच्छे से पढ़े समझे फिर इन क्रियाओं का प्रयोग करें गोगा जाहरवीर महाराज एक बड़ी ही तगड़ी शक्ति है 33 कोटि देवी देवता इन के सानिध्य और इनके जोड़े में चलते हैं गोगा जाहरवीर महाराज गुरु गोरखनाथ जी के परम प्रिय शिष्य एवं पुत्र शुभ रूप गुरु गोरखनाथ महाराज जी ने उनको पाला है इनके पास 64 योगिनी 56 कल वे और 5 वीर है जो उनके साथ ही पैदा हुए उसके अलावा इनके पास पांच पीर है जो सदा ही उनके साथ खड़े हैं अष्ट नाग देवता और विभिन्न प्रकार की गुप्त शक्तियां हैं जो चलती हैं जो आपको गुरु सम्मुख बैठकर ही जिनका ज्ञान मिलेगा यह एक महान शक्ति है वीरों को इनके साथ चलाने के लिए कुछ पल में होते हैं जिनमें हीरो का नाम आता है उनकी अपार कृपा और दृष्टि से आप इनको साथ में चला सकते हैं पांच पीर गोगा जी के साथ चलते हैं आप इनको पीर समझ कर भी मान सम्मान दे सकते हो और आप इनको वीर समझ कर भी मान सम्मान दे सकते हो इनकी पूजा वीर समझ कर करो या आप पीर समझ कर करो 5 पीरो की शक्ति को जगाने के लिए आपको एक विधान बिठाना पड़ता है उस विधान में गणेश पूजन गुरु पूजन सद्गुरु का पूजन अथवा फिर आपने एक मंत्र का जप करना है इनके साथ ख्वाजा बली गौस पाक सरकार लखदाता पीर और उसके अलावा विभिन्न प्रकार के पीर पैगंबर चलते हैं क्योंकि कथा में उनके चचेरे मौसेरे भाई ही बोले जाते हैं जो पीर इनके साथ चलते हैं जब आप गोगाजी का छापा घर पर लगाते हो जोत जगाते हो तब इनकी मान्यता वहां पर आती है यह पीर साहब बोल सकते हैं या गोगा वीर बोल सकते हैं इन्होंने सब कुछ मंजूर करवाया है पूर्ण रूप से गुरु दीक्षा लेकर ही आप उस कल में का प्रयोग कर सकते हो इंटरनेट पर वह कलमा में प्रकाशित नहीं कर सकता हूं यह गुरु ज्ञान है आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ  सनी नाथ शर्मा ।

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