दशहरे के दिन हवन (यज्ञ) करना बहुत शुभ माना जाता है क्योंकि यह दिन भगवान राम की विजय और असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक है। हवन करने से घर में शांति, सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि आती है।

मैं आपको सरल और घर पर किए जाने वाले दशहरा हवन विधि बता रहा हूँ:


🔅 दशहरा हवन सामग्री

  • स्वच्छ हवन कुंड या तांबे/पीतल का पात्र

  • आम की लकड़ी या छोटे हवन की लकड़ियाँ

  • घी (शुद्ध गाय का घी सर्वोत्तम)

  • कपूर

  • हवन सामग्री (गुग्गल, लोबान, चंदन, जटामासी, इलायची, लौंग, चावल आदि)

  • गंगा जल

  • फूल, अक्षत (चावल)

  • कलश (पानी, आम के पत्ते और नारियल से सजाकर)


🔅 हवन विधि

  1. शुद्धिकरण

    • पहले स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें।

    • हवन स्थल को गंगा जल या गोमूत्र से शुद्ध करें।

  2. संकल्प

    • दाहिने हाथ में जल लेकर संकल्प करें:
      "आज विजयादशमी पर मैं परिवार की शांति, समृद्धि और कल्याण के लिए हवन कर रहा हूँ।"

  3. आह्वान

    • गणेश जी, नवग्रह और कुलदेवता का ध्यान करें।

    • हवन कुंड में लकड़ियाँ सजाएँ, कपूर और घी डालकर अग्नि प्रज्वलित करें।

  4. मंत्रोच्चारण

    • हवन सामग्री अग्नि में डालते समय यह मंत्र बोलें:
      “ॐ स्वाहा”

    • आप चाहें तो “ॐ नमः भगवते रामचंद्राय स्वाहा” मंत्र से भी आहुति दे सकते हैं।

  5. आहुति देना

    • हर आहुति में थोड़ा घी और हवन सामग्री अग्नि में डालें।

    • कम से कम 11 या 21 आहुतियाँ दें।

  6. पूर्णाहुति

    • अंत में नारियल या सुपारी पर हल्का सा घी लगाकर अग्नि में डालें।

    • हाथ जोड़कर प्रार्थना करें:
      “हे भगवान राम, जैसे आपने असत्य पर विजय पाई, वैसे ही हमारे जीवन में धर्म और सत्य की विजय हो।”

  7. आरती और प्रसाद

    • हवन के बाद भगवान राम, माँ दुर्गा या अपने इष्टदेव की आरती करें।

    • परिवार के साथ प्रसाद बाँटें।


बहुत अच्छा 🙏। मैं आपको सरल और घरेलू दशहरा हवन मंत्रों की सूची देता हूँ, ताकि आप आराम से घर पर हवन कर सकें।


🔅 दशहरा हवन मंत्र सूची

1. प्रारंभिक मंत्र (शुद्धि और गणेश वंदना)

  • ॐ गं गणपतये नमः (3 बार)

2. अग्नि प्रज्वलन मंत्र

  • ॐ अग्नये स्वाहा

  • आहुति: घी + कपूर

3. देवता आह्वान मंत्र

  • ॐ आदित्याय स्वाहा (सूर्य देव के लिए)

  • ॐ सोमाय स्वाहा (चंद्र देव के लिए)

  • ॐ रामचन्द्राय नमः स्वाहा (भगवान राम के लिए)

  • ॐ दुर्गायै नमः स्वाहा (माँ दुर्गा के लिए)

👉 हर मंत्र पर थोड़ा-सा हवन सामग्री व घी अग्नि में डालें।

4. मुख्य हवन मंत्र

  • ॐ नमः भगवते रामचन्द्राय स्वाहा

  • ॐ दुं दुर्गायै नमः स्वाहा

  • ॐ हनुमते नमः स्वाहा

👉 इन मंत्रों को 11 या 21 बार दोहराते हुए आहुति दें।

5. पूर्णाहुति मंत्र

अंत में नारियल या सुपारी पर घी लगाकर अग्नि में डालते हुए बोलें:

  • ॐ पूर्णमदः पूर्णमिदं पूर्णात् पूर्णमुदच्यते ।
    पूर्णस्य पूर्णमादाय पूर्णमेवावशिष्यते ॥ स्वाहा ॥

6. प्रार्थना

  • “हे भगवान राम, माँ दुर्गा और श्रीहनुमान, हमारे जीवन से अज्ञान, अहंकार और नकारात्मकता को दूर कर हमें धर्म, सत्य और विजय का मार्ग दिखाएँ।”


👉 इस तरह का सरल घरेलू हवन लगभग 20–30 मिनट में पूरा हो जाता है और पूरे परिवार के लिए मंगलकारी होता है।



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