संतान प्राप्ति मंत्र UTTAM SANTAAN PRPRTI SIDDH SHABAR MANTRA PARYOG

इस प्रकरण मैं प्रस्तुत है अन्य उपयोगी शाबर मंत्र।इन मंत्रो मैं पुत्र प्राप्ति के प्रयोग रतिमंजरी साधन मूंथ आदि अभिचार से सुरक्षात्मक उपाय कृषिक भाईयो के लिए फसल रक्षा के मंत्र और अन्य मंत्र है।
    
   संतान प्राप्ति मंत्र

कभी कभी दुर्भाग्यवश या कोई शाप के कारण दोनो संतान उत्पत्ति मैं सक्षम होने के कारण भी संतान प्राप्ति नहीं पाती। अगर ऐसा हैतोह इस मंत्र का प्रयोग किया जा सकता है।

मंत्र 

ॐ नमो आदेश गुरु को बंझिन पुत्रिनी एक बांझ मराक्ष जाति दूजी बांझ एक पुत्री तीजी बांझ कन्या दीनी चौती बांझ गर्भ पाटीनी चारि उन्ही एक मत भई चाली चाली कमरू भाई कमरू देश कामाख्या रानी ते इस्माइल जोगि बखानी तुहू जाऊ जोगी के पास पुरही तो हरि मन के आस इस्माइल के संग उन रति कई अंतर भेट नो नाउ मां इनी से भई नोन कहा ताहु चरियु चिनारी कोखित निति किन्हन देह गारी कोखि नीति कुंती पांच संग खेली एक द्रौपदी पांच की सहेली सूरज देवता साखी हाउ भोरे जिव मैं भा संताप मोहि ताजी लागे पर पुरुष के पाप बूंद निति अकरन कीन्ह तोहि ते है वंश कर चिन्ह शिव वाचा ब्रह्मा वाचा लेऊ जमाऊ टोना टामना भूत प्रेत रोग दोष जो लाख होई तेहि जागचडी जाऊ हिर जू वीर।

विधि

 सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण पर इस मंत्र को सिद्ध किया जाता है। मंत्र सिद्ध काल मैं मां कामाख्या के प्रति भक्ति भाव होना चाहिए ।ग्रहण काल के पश्चात स्नान करके कन्या पूजन वा भोजन करना है।साथ ही उत्तम कुल की युवा कुल वधु को जो पुत्र वती भी हो को भोजन वस्त्र  आदि प्रदान करना चाहिए।


प्रयोग

रजस्वला होने के तीसरे या चौथे दिन जब पुत्र की आकांक्षा रखने वाली स्त्री शुद्ध हो जाए तो ऊपर दिए मंत्र को 41बार पढ़कर शुद्ध जल पिलाए।इस कार्य को 4 दिन करे अथवा एक पीले धागे पर 21,21 मंत्र प्रति गांठ पढ़कर 7 गांठ लगाकर इस स्थ्री की कमर पर बांध दे यह प्रयोग जब तक गर्भ न ठहरे करे। दो तीन बार मैं गर्भ ठहर जाता है।

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