आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ महेश सनी शर्मा एक बार आप सभी के लिए माता साधना लेकर आया हूं यह साधना आपने गुरु आज्ञा से करनी है कुछ साधना एवं कुछ मंत्र ऐसे होते हैं जिनको करने के लिए आपके ऊपर गुरु कृपा एवं गुरु की दृष्टि होना अनिवार्य है कुछ मंत्र उग्र होते हैं कुछ मंत्रों की शक्ति गुरु के आदेश से ही जागृत करी जाती है उनमें से एक मंत्र यह है यह मंत्र पूर्ण रूप से प्रचंड मंत्र है इस माई का नाम आशु माई है जो कि माई मसानी के रूप में ही चलती है इनकी सवारी भी वही होती है जो माता मसानी की होती है दूसरी बात यह साधना करने से किसी की मन की बात किसी के ऊपर चौकी भेजना किसी के ऊपर से चौकी उतारना अथवा किसी के ऊपर बंदर लगाना एवं तांत्रिक क्रिया ओं की काट कई प्रकार के कार्य करती है यह साधना ज्यादा जानकारी के लिए आप मेरे यूट्यूब चैनल सनी नाथ पर जरूर विजिट करें और चैनल को सब्सक्राइब जरूर करें लाइव चैट में मेरे साथ आप साधना संबंधित कोई भी प्रश्न पूछ सकते हो सभी प्रश्नों के उत्तर वहां पर फ्री ऑफ कॉस्ट ही आप सभी लोगों को बताए जाते हैं अन्यथा मेरे साथ पर्सनली कोई बातचीत करनी है कोई सलाह मशवरा लेना है उसका आपको भोग प्रसाद देना पड़ता है वह मेरी वेबसाइट पर ऑलरेडी मेंशन है आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ सनी नाथ शर्मा ।
ॐ नमो आदेश गुरु का सात सौ कोट लंका सी खाई समुद्र समुद्र टापू वह बैठी आसो मेहत रानी आसो मेहत रानी कहां जाए मरघट। मसान को जाए सवा सौ कलवा आगे चले सवा सो कलवा पीछे चले सोने का टोकरा रुपे की झाड़ू तांबे का ठीकरा कहां जाए राजा के दरबार जाए चार बिल्ली आगे चले चार बिल्ली पीछे चले जाए रास्ते को जाए मरघट मसान को जाए रास्ते को जाए मेरे मैदान में आदमी या कोई देवी देवता या चौकी भूत प्रेत डाकनी शाकनी चुडैल खबीश सुर या असुर जादू टोने बीमारी या मेरे दुश्मन का कोई भी इल्म भी न आने पाए जमीन बांध आसमान बांध भूत चुडैल डाकनी शाकिनी कच्चे पक्के शमशान किए कराए भेजे भिजाए मेरे दुश्मन की सभी विद्या को बांध कोन बांधे आसू महत रानी बांधेगी मैं भेजूं वहां जायेगी मेरा बताया काम मेरे गुरु का बताया काम इसी पल करके नी आए मारे जीव की रक्षा कर के नी दिखाए तो हाजिर होकर मेरे काम मे देर करे तो आसो महत रानी नी केहलाएगी इसी पल नही उठ कर मेरे काम नी करे तो राज हरिश्चंद्र की आन भगवान राज रामचंद्र की आन अपने बेटे मदारी की आन श्याम जमादार की आन !!
मंत्र का प्रयोग करने से पहले मंत्र को आप गुरु आज्ञा से सिद्ध कर सकते हो इस मंत्र को सिद्ध करने के लिए आपको सवामी ने जब करना पड़ता है रुद्राक्ष की माला के ऊपर कंबल के आसन के ऊपर बैठकर माता आशु रानी का फोटो स्थापित करके उनके आगे आप अपने श्रद्धा अनुसार दीपक लगाकर उनकी आराधना कर सकते हो भोग में माता तामसिक और सात्विक दोनों प्रकार के भोग के ऊपर कार्य करती है गुरु महाराज के जैसे आदेश होते हैं उन देशों के अनुसार ही आप इस मंत्र का प्रयोग कर सकते हो याद रखना साधना प्रचंड है साधना में कार्य करने से पहले जो साधना के नियम होते हैं उन नियमों की पालना करना जरूरी है महामाई की सेवा करने से पहले महामाई को मनाना और उनके जो अरदास है वह आपने अपने गुरु महाराज से जरूर लगवानी है जहां से और जिस गति से आप जुड़े हो उस गद्दी पर आपने अरदास लगवा कर गुरु आज्ञा से ही इस साधना को शुरू करना है अगर आप माता की सवारी लेने की इच्छुक हो तो भी आपने दास ने पहले ही गुरु महाराज से यह लगा लेना है दूसरी बात साधना आपने सवा महीने करनी है ब्रह्मचारी का पाना जरूरी है कोई भी कार्य करना है मात्र मंत्र को मन ही मन एक बार बोलते हुए आप इस मंत्र से कार्य ले सकते हो यह माता आपको भूतकाल भविष्य काल वर्तमान सब कुछ बताती है आपकी मन की इच्छाओं को पूर्ण करती है अथवा जनकल्याण है आप इस साधना का प्रयोग कर सकते हो लेकिन गुरु के साथ ही बिना गुरु के आपके लिए सिर्फ यह एक पोस्ट है जानकारी के लिए किसी भी चीज की पुष्टि नेट पर किताब और बुक पर नहीं करी जाती यह भेज दो गुरु पीरों अथवा फकीरों का ज्ञान है जो कि हमें प्राप्त हुआ हमने आपके साथ प्रकाशित करा है मैं किसी भी चीज की पुष्टि इंटरनेट पर नहीं करता हूं यह आप मेरी वेबसाइट पर पढ़ सकते हैं और यह सब कुछ है आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ सनी ।
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