गुरु गोरखनाथ जी का सिद्ध शाबर मंत्र जिसके प्रयोग से होंगे आपके सारे कार्य सफल
आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ आप सभी के लिए मैं आज फिर एक शाबर मंत्र लेकर आया हूं जिस मंत्र के जाप के बाद आपके ऊपर अगर कोई तांत्रिक क्रिया का प्रयोग हो या आपके ऊपर किसी प्रकार की अन्य योजना आर्थिक तंगी या आपके पास कोई ऐसी नेगेटिव एनर्जी आकर खड़ी हो गई है जो आपके काम नहीं बढ़ने देती है तो मात्र इस मंत्र के जाप के बाद आपके ऊपर से हर एक प्रकार की विपत्ति कट जाएगी यह मेरा स्वयं निजी अनुभव है नाथ संप्रदाय में सबसे जल्दी प्रचलित एवं सबसे ज्यादा प्रयोग में लाने वाले सिद्ध शाबर मंत्र प्रयोग है इस मंत्र के जाप में हनुमान जी भैरव नाथ जी मां काली कलकत्ते वाली माता अन्नपूर्णा ईश्वरी नवनाथ 84 सिद्ध आपके साथ खड़े होते हैं और आपके कार्य पूर्ण करते हैं इस मंत्र के जप के बाद आर्थिक तंगी दूर होती है अगर किसी व्यक्ति के पास पैसे की तंगी है पैसा रुकता नहीं है तो इस मंत्र के जाप के बाद आपके पास पैसा रुकना एवं आपके कार्य धीरे-धीरे बनना चालू हो जाता है गुरुमुखी व्यक्ति इस मंत्र का प्रयोग अगर करते हैं इस मंत्र के प्रयोग में उनको सिद्धि प्राप्त होती है तंत्र के शटकर्मों की काट एवं तांत्रिक क्रियाओं का खंडन किया जाता है यह मंत्र मात्र आप अपनी सुविधा अनुसार 11 बार 21 बार या एक माला पढ़ सकते हो ।
मंत्र का नियम एवं विधि विधान नीचे लिखा गया है
इस मंत्र का प्रयोग आप किसी भी गुरुवार या रविवार से शुरु कर सकते हो अगर आप गुरु सानिध्य में चल रहे हो आपके पास गुरु मंत्र है तो आप इस मंत्र का प्रयोग गुरु आज्ञा से कर सकते हो मंत्र की जप संख्या ऊपर बताई गई है आप अपनी सुविधा अनुसार इसकी एक माला या आप इससे अधिक माला भी प्रयोग में कर सकते हो मंत्र सिद्ध करने से पहले आपके पास आसन जाप एवं गुरु मंत्र होना जरूरी है गुरु की आज्ञा से आप इस मंत्र को रुद्राक्ष की माला के ऊपर किसी धुने के पास बैठकर या आपने धुना अपने घर पर लगाया है या फिर आप बाबा जी की प्रतिमा सामने रखकर गुरु आज्ञा से इस मंत्र का प्रयोग कर सकते हो इस मंत्र के जाप के बाद आपके शरीर में हल्के हल्के झटके लगाई देंगे आपके भीतर एक आग या फिर आपके शरीर में तपिश पैदा होगी डरने की कोई जरूरत नहीं है यह सारे संकेत निर्धारित करते हैं आपका मंत्र पूर्ण रूप से कार्य कर रहा है ।
आसन के ऊपर बैठकर अपने पास एक जल का लोटा रखकर इस मंत्र का पूर्ण रूप से आपने प्रयोग करना है आप सवा महीना इस मंत्र का जाप करोगे नियम में ब्रह्मचार्य गुरु आज्ञा एवं गुरु के दिए हुए नियमों पर ही आपने चलना है मंत्र ना संप्रदा का है गुप्त है गुरु आज्ञा से जब इस मंत्र का प्रयोग करोगे तो जब आप किसी को झाड़ा दोगे या किसी व्यक्ति के बारे में देखने की कोशिश करोगे तो इस मंत्र के साथ आपको हर एक प्रकार की सहायता मिलेगी एक भक्तों को भक्ति का सबसे जल्दी फल देने वाला सिद्ध शाबर मंत्र है गुरु गोरक्षनाथ महाराज की अपार कृपा से यह मंत्र मैं यहां पर प्रकाशित कर रहा हूं मंत्र नीचे लिखित है मंत्र को कंठस्थ करना गुरु आज्ञा से मंत्र को जो लोग चलाएंगे यह मंत्र सिद्ध होगा जिन लोगों के गुरु नहीं है वह यह मंत्र मेरे सानिध्य में कर सकते हैं इसके लिए आप मेरे यूट्यूब चैनल सनी नाथ पर विजिट कर सकते हैं आपको मेरे धोने पर अरदास करवानी है अरदास का जो खर्चा है आपको भेजना पड़ता है फिर आप इस मंत्र का विधान अपने घर पर बिठा सकते हो ऐसे इस मंत्र का प्रयोग नहीं करना है यह सिर्फ जानकारी के लिए यहां पर प्रकाशित करा गया है उसके अलावा गुरु गोरखनाथ शिव गोरक्ष नवनाथ 84 सिद्ध यह भी चैनल मेरे ही है आप इन चैनलों पर विजिट करके सारे वीडियो देख सकते हो फ्री में उत्तर पाने के लिए आप सनी नाथ चैनल को सब्सक्राइब कर कर रखें वहां पर आपको टोटली फ्री ऑफ कॉस्ट लाइव चैट में आपको सपनों में दिखाई देने वाली चीजों के उत्तर दिए जाएंगे और आप मेरे साथ बातचीत कर सकते हो मेरा व्हाट्सएप नंबर 98915 95270 इस नंबर पर बातचीत करने के लिए 1150 फीस हैउसके अलावा आप अरदास 2550 रुपए की करवा सकते हो बाकी साधना और काम के अनुसार ही हो प्रसाद रहता है आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ ।
ॐ गुरुजी गोरख जती मछिंद्रनाथ चेला शिव के रूप में दिखे अलबेला कानो कुंडल गले में नादी हाथ त्रिशूल नाथ है आदि अलख पुरुष को करू आदेश जन्म जन्म के काटो कलेश भगवा वेश हाथ में खपड भैरव शिव का चेला जहां जहां जाओ नगर डगर लगे फिर वहां मेला शिव का धुना गोरख तापे काल कंटक थर थर कांपे मेरी रक्षा करें नवनाथ रामदूत हनुमंत रिद्धि सिद्धि आंगन बिराजे मां अन्नपूर्णा सुखवंत शब्द सांचा पिंड काचा फुरो मंत्र ईश्वरों वाचा ।
यह मंत्र पूर्ण रूप से गुरुमुखी एवं पीढ़ी दर पीढ़ी चलने वाला सिद्ध शाबर मंत्र है आप इसका भी विधान बिठा कर देखो अगर आपको इस मंत्र के जप के बाद कुछ अनुभव नहीं होता है तो आप समझना आपके घर में ही कोई दिक्कत है आपके अंदर ही कोई दिक्कत है यह दुनिया का किसी भी प्रकार का बंधन तोड़ने की समरथा रखता है यह हमारा निजी अनुभव है आदेश आदेश सनी नाथ शर्मा जय गुरु गोरखनाथ ।
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