गुरु गोरखनाथ महाराज का गुरु मंत्र (GURU GORAKHNATH MAHARAJ JI KA GURU MANTRA JAAP)



आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ आप सभी के लिए गुरु गोरखनाथ महाराज की सेवा एवं साधना सिद्धि का विधान कैसे घर पर करें गुरु गोरखनाथ महाराज की साधना काफी ज्यादा लोगों के मन में यह लालसा रहती है कि वह गुरु गोरखनाथ महाराज की साधना एवं गुरु गोरखनाथ महाराज की सवारी चौकी लेना चाहते हैं लेकिन अच्छा गुरु एवं ज्ञान ना होने के कारण उन लोगों की यह इच्छा इच्छा ही बन कर रह जाती है गुरु के द्वारा कुछ विधान एवं गुरु के द्वारा दीक्षा देकर आपको कुछ मंत्र प्रदान करे जाते हैं जिन मंत्रों के जाप के बाद आप अपनी सेवा अपने कर्म को आगे बढ़ाते हो जिसके कारण आपकी साधना सिद्धि में आने वाली विपत्तियों का नाश होता है गुरु का पहरा सदा आपके ऊपर रहता है गुरु कृपा के कारण आपको मनोवांछित फल मिलता है ।


साधना के नियम


सदगुरु महाराज गुरु गोरखनाथ जी की साधना सिद्धि करने के लिए आपको गुरु और गुरु कृपा और गुरु के सानिध्य में चलने की जरूरत होती है क्योंकि गुरु और आपका जो ज्ञान पट होता है उनके शरीर में जब आप लोग चलते हो तो पूर्ण रूप से आपको कुछ चीजें प्रदान होती है उन चीजों के हिसाब से ही आप आगे चलते हो और आप साधना के क्षेत्र में सफल हो पाते हो साधना सिद्धि का विधान साधना सिद्धि में सफल होने के लिए आपको कई प्रकार के मशीन रास्ते बोल सकते हैं या विभिन्न प्रकार की परीक्षा बोल सकते हो से आपको गुजरना पड़ता है साधना का नियम होता है आपको आसन पर बैठना आसन के ऊपर बैठकर साधना सिद्धि के क्षेत्र में जितने भी प्रकार के नियम गुरु ने एक आपको दायरा दिया होता है उस दायरे के अंदर रहते हुए आपने उस मंत्र का प्रयोग करना होता है गुरुओं के द्वारा जो मंत्र प्राप्त होते हैं और जो लोग गुरुओं के सानिध्य में चलते हैं पूर्ण रूप से गुरु कृपा के साथ उनको जल्दी ही सफलता मिलती है अब बात आती है कि गुरु अगर है तो गुरु ज्ञान आपको कैसे प्राप्त होगा तो मैं एक रीजन बताना चाहता हूं कि आप गुरु बनाने के बाद गुरु के द्वारा जब आपको मंत्र या कोई विधि विधान दिया जाता है पूर्ण रूप से गुरु उसकी अरदास दुआ फरियाद देता के चरण में लगा देता है जिसके कारण आपकी साधना में सफलता और साधना सफलतापूर्वक सफल होने के चांसेस और आपके ऊपर कृपा होना यह सब निर्धारित हो जाता है।


गुरु गोरखनाथ महाराज का गुरु मंत्र 


ॐ शिव गोरक्ष


ऊपर दिए गए मंत्र को पूरी नाथ संप्रदाय जब्ती है गुरु के सानिध्य में ही इस मंत्र का जाप करा जाता है कि गुरु अपने चेले को इस मंत्र से ही इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए रास्ता देते हैं गुरुओं के द्वारा बताए गए मंत्र और नियम एक चेले को निभाने पड़ते हैं गुरु का काम आप को रास्ता देना होता है आप उस रास्ते से भटकते हो तो वह आपका ही कर्म होता है क्योंकि गुरु ने जब आपको कोई मंत्र प्रदान करा है तो आपका फर्ज बनता है कि आप उस नियम उस दायरे के अंदर रहते हुए भी चलो लेकिन कुछ लोग जब इंटरनेट पर भटकते हैं या फिर वह बुक्स में से ज्ञान पढ़ते हैं या किसी तीसरे बंदे के पास बार-बार आते हैं तो मैं आपको बताना चाहता हूं आपकी साधना कभी भी सफल नहीं हो पाएगी ऐसे लोग कभी भी सफलता प्राप्त नहीं कर सकते हैं क्योंकि गुरु एवं देवता के जो वचन होते हैं उन वचनों के दायरे से आप पहले से ही बाहर हो गए हो ।

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