दिवाली पर लक्ष्मी माता का हवन करने की विधि और मंत्रदिवाली पर लक्ष्मी माता का हवन करने से घर में समृद्धि, खुशहाली और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यहां लक्ष्मी माता के हवन की विधि और मंत्र दिए गए हैं:

दीपावली के अवसर पर एक से अधिक मंत्र जप करने और उनकी सिद्धि प्राप्त करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं का ध्यान रखना चाहिए। दीपावली आध्यात्मिक उन्नति और लक्ष्मी प्राप्ति का पर्व है, इसलिए मंत्र जप और साधना विशेष फलदायी मानी जाती है। एक से अधिक मंत्र जप करने के लिए निम्नलिखित नियमों और विधियों का पालन किया जा सकता है:

### 1. **सही मंत्रों का चयन**:
   आप दीपावली पर लक्ष्मी माता, गणेश जी, और कुबेर के मंत्रों का चयन कर सकते हैं। कुछ प्रमुख मंत्र हैं:
   
   - **लक्ष्मी मंत्र**:  
     "ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः।"
   
   - **गणेश मंत्र**:  
     "ॐ गं गणपतये नमः।"
   
   - **कुबेर मंत्र**:  
     "ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये धनधान्य समृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा।"
   
   इन मंत्रों का जप दीपावली की रात विशेष रूप से शुभ माना जाता है।

### 2. **साधना की विधि**:
   - **स्वच्छता**: साधना के स्थान और शरीर की शुद्धता का ध्यान रखें। इसे अच्छे से साफ करें और पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठें।
   - **ध्यान और एकाग्रता**: मंत्रों की सिद्धि के लिए ध्यान और एकाग्रता जरूरी है। आप जिस मंत्र का जप कर रहे हैं, उस पर पूरा ध्यान केंद्रित करें।
   - **माला का उपयोग**: जप माला (रुद्राक्ष या स्फटिक) का प्रयोग करें। प्रत्येक माला में 108 बार मंत्र जप करें।
   - **संख्या और अनुशासन**: एक मंत्र के लिए जप की संख्या न्यूनतम 108 होनी चाहिए। आप यदि एक से अधिक मंत्र जप कर रहे हैं, तो हर मंत्र के लिए निर्धारित संख्या का पालन करें।

### 3. **सिद्धि के लिए नियम**:
   - **समय की निरंतरता**: एक मंत्र की सिद्धि के लिए एक ही समय पर जप करना आवश्यक होता है। यदि आप अलग-अलग मंत्र जप रहे हैं, तो उनके समय और विधि को अलग रखें।
   - **नियमबद्धता**: रोज़ाना नियमित रूप से जप करें। यदि आप मंत्र सिद्धि के इच्छुक हैं, तो 40 दिन या 108 दिनों तक एक ही मंत्र का रोज़ एक ही समय पर जप करना चाहिए।
   - **समर्पण और श्रद्धा**: मंत्र जप तभी सिद्ध होता है जब आप उसे पूरी श्रद्धा और समर्पण भाव से करते हैं।

### 4. **दीपावली की विशेष साधना**:
   - दीपावली की रात लक्ष्मी पूजन के समय गणेश जी और लक्ष्मी जी का पूजन करें। पूजन के बाद मंत्र जप करें। यह समय अत्यंत शुभ माना जाता है और इस समय मंत्र सिद्धि शीघ्रता से प्राप्त होती है।
   - पूजा के दौरान घी या तिल के तेल का दीपक जलाएं और पूजा सामग्री जैसे कुमकुम, हल्दी, अक्षत, धूप, फूल आदि का प्रयोग करें।

सही विधि और अनुशासन से दीपावली पर मंत्र जप करने से निश्चित रूप से मंत्रों की सिद्धि प्राप्त हो सकती है।


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