दुर्गा माता की पूजा करने के लिए निम्नलिखित कदमों का पालन करें 9 APRIL 2024 KO NAVTARI PUJAN VIDHI EVAM MANTRA JAAP VIDHI

 दुर्गा माता की पूजा करने के लिए निम्नलिखित कदमों का पालन करें:


1. **पूजा स्थल की तैयारी**: पूजा के लिए एक साफ और साधारण स्थान चुनें जहाँ आप पूजा कर सकें। ध्यान दें कि स्थान शुद्ध और स्वच्छ हो।


2. **पूजा सामग्री की तैयारी**: पूजा के लिए आवश्यक सामग्री जैसे कि दीप, धूप, अगरबत्ती, सुगंध, फूल, नरियल, फल, निवेदन के लिए प्रसाद, कंबल, कपड़े, रोली, मोली, गंगाजल आदि को तैयार करें।


3. **आरती की तैयारी**: दुर्गा माता की आरती के लिए आरती की थाली तैयार करें जिसमें दीपक, रोली, चावल, कुमकुम आदि हों।


4. **पूजा का समय चुनें**: दुर्गा माता की पूजा का समय चुनें, जो शुभ मुहूर्त हो। अक्षय तृतीया, नवरात्रि, अष्टमी, नवमी आदि पर्वों पर इस पूजा को विशेष रूप से किया जाता है।


5. **पूजा का विधान**: पूजा का विधान शुरू करें, दुर्गा माता की मूर्ति के सामने बैठकर। अपने मन को शुद्ध करें और देवी का आवाहन करें।


6. **पूजा का अवधान**: पूजा के दौरान ध्यान दें कि आप सारे विधान का पालन कर रहे हैं, और मन, वाच, और कर्म से यज्ञ कर रहे हैं।


7. **आरती**: पूजा के अन्त में दुर्गा माता की आरती उतारें, मंत्रों के साथ।


8. **प्रसाद बाँटें**: पूजा के बाद प्रसाद को सभी को बाँटें और स्वयं भी लें।


यह सभी धर्मिक विधियों का पालन करते हुए, आप दुर्गा माता की पूजा कर सकते हैं। इसके अलावा, आप अपने पूजा अनुभव को विविध भक्ति गीतों, कथाओं और ध्यान के माध्यम से भी गहराते हुए इसका आनंद ले सकते हैं।


दुर्गा माता के मंत्रों में कुछ प्रमुख मंत्र हैं जो भक्तों द्वारा जप किए जाते हैं और उन्हें आशीर्वाद मिलता है। यहाँ कुछ प्रमुख दुर्गा माता के मंत्र हैं:


1. ॐ दुं दुर्गायै नमः (Om Dum Durgayai Namah)

2. ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे (Om Aim Hreem Kleem Chamundayai Vichche)

3. ॐ ऐं ह्रीं क्लीं ग्लौं देवी चामुण्डायै विच्चे (Om Aim Hreem Kleem Gloum Devi Chamundayai Vichche)

4. ॐ सर्वमंगलमांगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके। शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणी नमोऽस्तु ते।। (Om Sarva Mangala Mangalye Shive Sarvartha Sadhike. Sharanye Tryambake Gauri Narayani Namostute)

5. या देवी सर्वभूतेषु माँ दुर्गा रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥ (Ya Devi Sarvabhuteshu Maa Durga Rupena Samsthita. Namastasyai Namastasyai Namastasyai Namo Namah)


ये मंत्र दुर्गा माता की पूजा और जप में उपयोग किए जाते हैं। इनका नियमित जप करने से भक्त ध्यान में स्थिर होता है और माँ दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है। जिसमें उन्हें सामर्थ्य, शक्ति और संजीवनी शक्ति का आशीर्वाद प्राप्त होता है।






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