कुलदेवी की सवारी लेने का मंत्र जाप कुल देवी की स्तुति मात्र 11 बार पढ़ने से होता है जीवन में चमत्कार KULDEVI KI SAWARI

कुल देवी स्तुति

आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ मैं सनी शर्मा एक बार फिर से कुलदेवी की सूती लेकर आया जिन लोगों को पता नहीं है उनकी कुलदेवी कौन है वह इस श्रुति को नित्य पढ़ते रहे तो उनको उनकी कुल देवी के दर्शन हो जाते हैं यह एक गुरुमुखी आदम की वाणी है इस का जाप करने से शत-प्रतिशत आपको कुल देवी के दर्शन होंगे इसमें गुरु कृपा और गुरु  आज्ञा भी है स्तुति करने से पहले आप लोग मेरे से अरदास जरूर लगवाएं क्योंकि कुछ मंत्र पीली कुल में चलते हैं वह बिना भोग के सिद्ध नहीं होते हैं क्योंकि गुरुओं के नाम का भोग देना ही पड़ता है इसका जाप आप अपनी सफलता अनुसार कर सकते हो अगर आप अपनी कुल देवी की कृपा अथवा दर्शन जल्दी से पाना चाहते हो तो आपको रोज 108 जाप करना पड़ेगा अन्यथा आपके ऊपर गुरु कृपा है तो आप इसको याद करके 11 बार कुल देवी के नाम का या उनके मंदिर या थान अगर आपको पता है तो नहीं पता है तो एक ज्योत प्रज्वलित करके आपने इस मंत्र का उसी जोत में अपनी कुलदेवी का ध्यान करते हुए जाप करना है स्वयं ही आपको जिस देवी के दर्शन होंगे वही आपकी कुल की देवी होगी कुलदेवी कुलदेवता पितर देवता इष्ट देवता और स्थान देखता साधना सिद्धि में इन 5 दवताओं का बहुत महत्व है इनके बिना इनकी कृपा के बिना उनकी इजाजत के बिना किसी भी व्यक्ति के ऊपर दैविक शक्तियों की कृपा नहीं होती ज्यादा जानकारी के लिए मेरे यूट्यूब चैनल सनी नाथ पर विजिट करें चरण को सब्सक्राइब बैल आइकन पर क्लिक करें लाइव चैट में मेरे साथ बात कर सकते हो लाइव सेशन आप लोगों के लिए उनको जरूर सुने समझे बाकी की सारी सर्विस चार्जेबल है पेड़ है साधना के अनुसार ही मेरा भोग प्रसाद रहता है आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ सनी नाथ शर्मा ।

ॐ सिमरु आदि गणेश, फिर पुजू गुरु महेश लिखूं कुल देवी स्तुति, आज्ञा दे गुरु महादेव नमो नमो कुलदेवी, नमो नमो गुरु महेश तुम हो कुल की देवी , तुम हो कुल की शान तुम बिन ना कोई सिद्ध हो, कुल का काज सुन लीजिए माँ कुलदेवी हमारी अब पुकार, हम हैं बच्चे तेरे लाडले आकर हम पर अब माँ कुलदेवी कृपा कर दीजिए  कष्ट पड़े जो उनको माँ समझ बच्चे सब हटा दीजिए तुम हो समस्त जगत की माँ सब जीव जंतुओं की पालनहार बलि लेना अब छोड़ दीजिए रोट, प्रसाद, कड़ाह माँ कुलदेवी अब बस स्वीकार कर लीजिए बच्चे समझ हुई जो गलतियां उनको अब माफ कीजिए पढे,सुने जो सुनाए कुल देवी स्तुति मिटे ग्रह कलेश सकल शत्रुओं का नाश हो हमेश ।


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