लालावाले पीर
बिस्मिला रेहमान रहीम जल तू जलाल तू कुदरत तू कमाल तू हर वेले नाल तू मुश्किल पैई पुकारिया काला
भैरो कपड़ा चिट्टा हाथ खखड़ी मोडे मढ़ा यहां देखो भैरो जाति उदर खड़ा ककी घोड़ी शब्द लगाम ऊपर चढ़े सखी सुलतान पीर जी की दुहाई चले मंत्र फूरे वचन देखा बाबा लखदाता पीर तेरे शब्द का कुलासा गुरु का शब्द सच्चा सतनाम आदेश गुरुके आमीन आमीन आमीन ।
आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ मैं सनी शर्मा एक बार फिर से आप सभी के लिए लाला वाले पीर सखी सुल्तान की साधना लेकर आया हूं जिन लोगों के घर में पीर साहब की समाधि बनी हुई है रोजा बना हुआ है पीर साहब की सेवा जिनकी पीढ़ी में चल रही है उन लोगों के लिए यह कलाम कारगर सिद्ध होगी यह एक गुरमुखी कलाम है इस्लाम की जब के बाद अनेक प्रकार की सिद्धियां को प्राप्त
होती है मन की बातों के उत्तर किसी के दिल की बात पहले से जान लेना अथवा पीर साहब स्वयं कान में आवाज लगाकर उत्तर देते हैं यह एक सिद्ध प्रयोग है अथवा गुरु कृपा से ही आपने करना है मंत्र तंत्र की साधनाएं गुरुकृपा के साथ ही पूर्ण होती है गुरु दीक्षित लोग इन मंत्रों का प्रयोग कर सकते हैं मंत्र विधान समझकर मेरे यूट्यूब चैनल सनी नाथ पर जरूर जाएं वहां पर
वीडियो देखें समझ ले और अरदास लगवा कर अथवा दीक्षा लेकर आप मंत्र कर सकते हो नियम समझकर ही आपने साधना को करना है दो चिराग लगाने हैं और मन को की माला के ऊपर ऊपर दिए गए कलाम का नित्य 41 दिन तक जाप करना है कुर्ता पजामा पहन कर सर पर कपड़ा बांधकर स्वच्छता का ध्यान रखकर अथवा साधना का हर एक नियम समझकर गुरु पूजन करने के बाद आपने ही कलाम का प्रयोग करना है जब आप लोग मेरे से कंसल्ट करते हो अथवा फीस देते हो और अरदास लगाते हो तो आपको साधना पूर्ण रूप से समझा दी जाएगी आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ सनी नाथ शर्मा ।
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