यह एक स्वयं अनुभव तो सिद्ध शाबर मंत्र है आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ इस मंत्र के जप से जिन लोगों को कोई चीज है याद नहीं होती है और जो भक्त इस मंत्र का अनुष्ठान करता है इस मंत्र को सिद्ध कर लेता है उस भगत की समाधि शक्ति बढ़ जाती है यह प्रयोग आप किसी के लिए अथवा अपने लिए भी कर सकते हैं जिन लोगों को कुछ याद नहीं रहता कुदरती आवाजों से मंत्र मिलते हैं आपके अंदर माता सरस्वती विराजमान होती है मां सरस्वती आपको ज्ञान देती है और आपके भीतर ही बानिया चलती हैं आप एक लेखक भी बन सकते हैं
इस मंत्र की साधना के साथ यह एक प्रमाणित प्रयोग हैं जो कि स्वयं अनुभूत है पहले किया गया है फिर भी आप लोगों को बताया गया है ज्यादा जानकारी के लिए मेरी वेबसाइट पर विजिट करें और वेबसाइट को अच्छे से रीड कर ले और मेरी यूट्यूब चैनल सनी नाथ पर क चैनल को सब्सक्राइब करें और फ्री में बात कर सकते हो बाकी की जानकारी के लिए आप देख सकते हो मेरी वेबसाइट कर सकते हो।
ॐ नम:सरस्वत्यै ह्रीं श्रीं हूं ॐ नमो कामाक्षायै ह्रीं क्रीं श्रीं फट स्वाहा !
मंत्र का प्रयोग कैसे करना है आप इस साधना को शुक्ल पक्ष के शनिवार को शुरू कर सकते हैं सर्वप्रथम आपने शनिदेव की पूजा अर्चना करनी है फिर आपने ऊपर दिए गए मंत्र का जप शुरू करना है इसका आपको नित्य कर्म में 11 माला जप करना है उसके बाद में ब्रह्मी बूटी और गोल मिर्च का चूर्ण बना लेना आपको 5 ग्राम लेकर इसको आपने जल में घोलकर 7 बार मंत्र से अभिमंत्रित करके जिस को भी पिला देंगे कुछ ही दिनों में उसकी स्मरण शक्ति बढ़ जाती है यह एक अनुभूत प्रयोग है पहले मंत्र सिद्ध कर लेना गुरु आज्ञा से ही चलना है फिर भी आपने इस मंत्र का प्रयोग करना है ट्रेक्टर प्रयोग करोगे तो मंत्र कार्य नहीं करता है गुरु सानिध्य और गुरु कृपा से ही मंत्रों का उच्चारण करें आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ सनी नाथ शर्मा ।
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