धनतेरस पर पूजन कैसे करते हैं 23 अक्टूबर 2022 27 साल बाद धनतेरस पर विशेष संयोग कुछ खास उपाय एवं पूजन विधि

हरेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ में सनी शर्मा एक बार फिर से आप सभी के लिए धनतेरस की पूजन विधान लेकर आया हूं धनतेरस पर क्या-क्या करना है कैसे पूजन करना है कैसे आपके घर में लक्ष्मी माता की कृपा बनी रहे 23 अक्टूबर को धनतेरस पूजन विधि और शुभ मुहूर्त है तिथियों के गणित पढ़ाने से हर वर्ष दीपावली से 2 दिन पहले धनतेरस के हार इस वर्ष 1 दिन पहले ही मनाया जाएगा 27 साल बाद ही ऐसा विशेष योग देखने को मिला है 2 दिन पहले मनाए जाने वाला धनतेरस त्योहार इस वर्ष 1 दिन पहले मनाया जाएगा सोमवार को 24 अक्टूबर को दीपावली है वही उससे पहले रविवार 23 अक्टूबर को धनतेरस एवं दीपदान चतुर्थी व्रत व छोटी दिवाली एक साथ ही मनाई जाएगी शनिवार की शाम 22 अक्टूबर 6:04 बजे से त्रयोदशी तिथि शुरू होकर अगले दिन 23 अक्टूबर की शाम 6:03 तक रहेगी इसके बाद नरक चतुर्थी यानी छोटी दीपावली पर हो जाएगी उसके बाद जो कि सोमवार को शाम 5:25 तक रहेगी उसके बाद अमावस्या की तिथि मंगलवार 25 अक्टूबर को शाम तक 4:16 तक रहेगी तिथियों का समय घटने बढ़ने से इस बार छोटी दीपावली 23 अक्टूबर को त्रयोदशी की तिथि समापन के बाद 6:04 पर प्रारंभ हो जाएगी ज्यादा जानकारी के लिए मेरी वेबसाइट को अच्छे से पढ़ ले मेरे यूट्यूब चैनल सनी नाथ पर विजिट करें चैनल को सब्सक्राइब और बैल आइकन पर क्लिक करें लाइट भी मेरे साथ फ्री में बात कर सकते हो बाकी की सारी सर्विस पेड़ है काम के अनुसार ही फीस है जिसका विवरण मेरी वेबसाइट और मेरे युटुब चैनल के डिस्क्रिप्शन बॉक्स में मिल जाएगा आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ सनी नाथ शर्मा

धनतेरस पूजन विधि


धनतेरस की शाम में उत्तर दिशा में कुबेर धन्वंतरी भगवान और महालक्ष्मी की पूजा की जाती है पूजा के समय देसी घी का दीपक जलाएं कबीर जी को सफेद मिठाई जैसे कि रसगुल्ले या फिर आपने बर्फी का भोग लगाना है भगवान धन्वंतरी को पीली मिठाई चढ़ाएं पूजा करते समय कुबेर मंत्र का जप करना फिर धन्वंतरी स्तोत्र का आपने पाठ करना है इसके बाद भगवान गणेश माता लक्ष्मी का पूजन करना है माता लक्ष्मी और भगवान गणेश को भोग लगाए फूल चढ़ाएं धनतेरस की शाम घर के बाहर मुख्य द्वार पर आंगन में दीप प्रज्वलित करना है शास्त्रों में वर्णित है कार्तिक कृष्ण पक्ष त्रयोदशी की रात यम देवता का पूजन कर दक्षिण दिशा की ओर भेंट करता है उसे अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता इसीलिए इस दिन घर के बाहर दक्षिण दिशा की ओर दीपक जला कर रखा जाता है धनतेरस में आप माल लक्ष्मी जी के पूजन और कुबेर की पूजन कर सकते हैं अथवा इनकी पूजा का विधि विधान गुरु सानिध्य में संकल्प लेकर भी कर सकते हैं आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ सनी नाथ शर्मा ।

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