रविदेव हवन – हवन सामग्रीः- गौघृत तथा अर्क की लकड़ी । दिशाः- पूर्व, मुद्रा-हंसी, संख्याः- ९ बार या १०८ बार ।
आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ में सनी शर्मा एक बार फिर से आप सभी के लिए नवग्रह देवताओं में से एक ग्रह रवि देवता की साधना सिद्धि लेकर आया हूं इस साधना सिद्धि को करने से आपके भौतिक जीवन में कई प्रकार के परिवर्तन आते हैं जिन लोगों का रवि ग्रह कमजोर होता है वह इस मंत्र का प्रयोग कर सकते हैं इस मंत्र का प्रयोग करने के लिए कुछ नियम होते हैं ज्यादा जानकारी के लिए मेरे यूट्यूब चैनल सनी नाथ पर जरूर विजिट करें चैनल सब्सक्राइब और बैल आइकन पर क्लिक जरूर करें लाइव चैट में मेरे साथ आप लोग बातचीत कर सकते हो बाकी की जानकारी मेरी वेबसाइट और मेरे यूट्यूब पर मिल जाएगी आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ सनी नाथ शर्मा ।
सत नमो आदेश गुरुजी को आदेश ॐ गुरुजी सुन बा योग मूल कहे बारी बार सतगुरु का सहज विचार ॐ आदित्य खोजो आवागमन घट में राखो दृढ़ करो मन पवन जो खोजो दसवें द्वार तब गुरु पावे आदित्य देवा आदित्य ग्रह जाति का क्षत्रिय रक्त रंजित कश्यप पंथ कलिंग देश स्थापना थाप लो लो पूजा करो सूर्य नारायण की सत फुरै सत वाचा फुरै श्रीनाथजी के सिंहासन ऊपर पान फूल की पूजा चढ़ै हमारे आसन पर ऋद्धि-सिद्धि धरै भण्डार भरे ७ वार २७ नक्षत्र ९ ग्रह १२ राशि १५ तिथि सोम-मंगल शुक्र शनि बुध-गुरु-राहु-केतु सुख करै दुःख हरै खाली वाचा कभी ना पड़ै ॐ सूर्य मन्त्र गायत्री जाप रक्षा करे श्री शम्भुजती गुरु गोरखनाथ नमो नमः स्वाहा
इस मंत्र का प्रयोग कैसे करना है सर्वप्रथम रविवार से आपने इस मंत्र का जप शुरू कर देना है इसमें आपने गौ घृत तथा आग की लकड़ी का प्रयोग करना है दिशा पूर्व मुद्रा हंसी संख्या 108 रहेगी रुद्राक्ष की माला के ऊपर आपने इस मंत्र का प्रयोग करना है इस मंत्र के प्रयोग से आपके सारे बिगड़े काम बनेंगे अर्क की लकड़ी के ऊपर ही आपने हवन करना है बाकी की जानकारी आप अपने गुरु महाराज से लेकर इस हवन का अनुष्ठान कर सकते हो इस मंत्र का 12500 है यार जब करके आप रवि देव की पूर्ण कृपा एवं दर्शन पा सकते हो आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ सन्नी नाथ शर्मा ।
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