हनुमान जी का शत्रु नाशक प्रयोग 1008 जाप से सिद्धि एकादशी या दीपावली का होली को सिद्ध करें मंत्र (HAUMAN JI KA SHATRU NASHAK PARYOG 1008 JAAP SE SIDDHI)

आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ में सनी शर्मा एक बार फिर से आप सभी के लिए हनुमान बाबा जी का एक शत्रु नाशक सिद्ध शाबर मंत्र प्रयोग लेकर आया कलियुग के दौरे में किसी की तरक्की को देखकर कोई व्यक्ति जलता है उसको आर्थिक तंगी देने के लिए अथवा उसके काम बांधने के लिए उसके ऊपर तांत्रिक पर हार एवं उल्टी पुल्टी क्रियाएं करवाते हैं इन क्रियाओं का तोड़ के लिए यह साधना यहां पर प्रकाशित करी जा रही है ज्यादा जानकारी के लिए मेरे यूट्यूब चैनल सनी नाथ पर विजिट करें चैनल को 

हनुमान जी का शत्रु-नाशक ॐ हनुमान वीर नमः ॐ नमो वीर हनुमत वीर शूर वीर धायधाय चलै वीर मूठी भर चलावै तीर मूठी मार कलेजा काढ़ै क्रोध करता हियरा काढ़ै मेरा वैरी तेरे वश होवै धर्म की दुहाई राजा रामचन्द्र की दोहाई मेरा वैरी न पछाड़ मारै तो माता अञ्जनी की दोहाई।

सब्सक्राइब और बैल आइकन पर क्लिक करें लाइव चैट में मेरे साथ आप फ्री में बात कर सकते हो बाकी की जानकारी मेरी वेबसाइट और यूट्यूब चैनल पर है इस मंत्र का प्रयोग आपने एकादशी दीपावली होली ग्रहण काल में करना है इस मंत्र का 1008 या 1188 जप करने से यह मंत्र आपका सिद्ध हो जाता है फिर काले उड़द लेकर आपने इस मंत्र का 108 जप करना है शत्रु के घर की ओर या उरद को अभिमंत्रित कर लेना है वह उसके घर पर फेंक आने हैं इतना सा ही कार्य करना है आपका शत्रु आपके रास्ते में कभी नहीं आएगा प्रयोग करने से पहले गुरु दीक्षा गुरु मंत्र होना अनिवार्य प्रैक्टिकली ज्ञान होना जरूरी है साधना सिद्धि के लिए योग्य गुरु के सानिध्य में ही सिद्धियां प्राप्त करी जाती है जन कल्याण हेतु यहां पर यह चीज प्रकाशित करेगी आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ सन्नी नाथ शर्मा ।

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