हनुमान जी के प्रत्यक्ष दर्शन करने वाली साधना स्वयं खड़े हो जाएंगे हनुमान जी आपके पास ( SWYAM SIDDH SHABAR MANTRA PARYOG)



आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ में सनी शर्मा एक बार फिर से आप सभी के लिए हनुमान जी का प्रत्यक्ष दर्शन वाला सिद्ध शाबर मंत्र लेकर आया हूं इस मंत्र के जाप से हनुमान जी के आपको प्रत्यक्ष दर्शन होते हैं जो लोग गुरु कृपा से इस मंत्र का जप करेंगे वह इस मंत्र से लाभ प्राप्त कर सकते हैं इस मंत्र को करने से पहले साधना के नियम गुरु दीक्षा और गुरु कृपा होना जरूरी है जितनी भी साधना सिद्धियां होती है वह गुरु सानिध्य में ही होती हैं गुरु कृपा से ही होती है ज्यादा जानकारी के लिए मेरे यूट्यूब चैनल सनी नाथ पर विजिट करके चैनल को सब्सक्राइब और बैल आइकन पर क्लिक जरूर करें और लाइव चैट में मेरे साथ फ्री बात कर सकते हैं बाकी की सारी सर्विस पेड़ है मेरे साथ पर्सनली बात करनी है है तो वेबसाइट पर मेरा व्हाट्सएप नंबर और मेरी फीस मेंशन है अरदास लगवानी है उसकी भी फीस वहां पर लिखी है बाकी जो साधना बिना गुरु के करी जा सकती हैं वह कर सकते हो अन्यथा बाकी सारी साधनों के भोग प्रसाद लगवा कर तभी ही आप साधना को करें आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ सनी नाथ शर्मा ।

ॐ हनुमान पहलवान वर्ष बारह का जवान  हाथ में लडडू मुख में पान आओ आओ बाबा हनुमान ।

यह साधना शुक्ल पक्ष के मंगलवार से शुरू करनी है अपनी समरथा अनुसार आपने बाबा जी को चोले का सामान अथवा बाबा जी के नाम के लड्डू भोग में लगाने हैं यह सब कुछ अपनी समरथा के अनुसार ही हाथ में देना है लाल मूंगे की माला या रुद्राक्ष की माला के ऊपर ऊपर दिए गए मंत्र की 11 माला नेता अपने पढ़नी है और साधना काल में ब्रह्मचर्य का खास ध्यान रखना है सात्विक भोजन ग्रहण करें अन्यथा आप साधना में सफल नहीं हो पाओगे गुरु के सानिध्य में ही आपने यह साधना करनी है नहीं तो आप इस साधना में सफल नहीं हो पाओगे और गुरु होना जरूरी है इस साधना के लिए साधना काल में हनुमान जी का फोटो समक्ष रखकर सामी देसी घी या चमेली  का दीपक लगाकर आपने हनुमान जी को भोग में लड्डू लगाने हैं फिर वह लड्डू स्वयं आपने खा लेने हैं यह किरिया नित सवा महीने करनी है और इस साधना के बाद आपको हनुमान जी का पहरा और हनुमान जी का आपके पास खड़ा होना यह सारे संकेत मिलने चालू हो जाएंगे आप किसी की भी मन की बात पहले ही पढ़ कर उसका उत्तर दे दोगे आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ सनी नाथ शर्मा ।

No comments:

Post a Comment