पितृ देवता का ऋण मुक्ति सिद्ध प्रयोग एक दिन ही करना है (PITRO KA RAN MUKTI JAAP KRAJA DIN MAIN UTREGA )

 पित्र मुक्ति प्रयोग


अब सवा मीटर का वस्त्र आप लाए थे उस बस सर को आपने बिछा लेना है और उसके एक कोने में थोड़े से अक्षर रख देने हैं और उसमें पांच पतासे पांच छोटी इलायची पांच लॉन्ग पांच सुपारी पांच ही गुलाब के फूल और 5 सिक्के एक एक रुपए के उसमें रख देने हैं अब आपको धूप लगाकर उसके ऊपर से 5 बार धूप घुमाना है और उस दूध को साइड पर लगा देना है इसकी रिया के दौरान देसी घी का दीपक जलता रहना चाहिए आपने मंत्र का उच्चारण करना है 108 बार एक ही दिन की क्रिया है इसकी रिया को आप अमावस्या श्राद्ध पक्ष में हर रोज कर सकते हैं जिस दिन आपके पितरों का श्राद्ध निकलता है उस दिन भी आप इसको कर सकते हैं वह लोग करेंगे जिन लोगों के ऊपर कर्जा है कर्जा से निजात पाना चाहते हैं उन लोगों के लिए यह किराया है आपने मंत्र का उच्चारण करना है जो नीचे लिखे थे 108 बार उस मंत्र का उच्चारण आपने रुद्राक्ष की माला के ऊपर वाइट आसन के ऊपर वाइट वस्त्र पहने हुए हैं या धोती पहनकर ही करना है

ॐ प्री सर्व पित्र प्रस्नो भव्य ऋण मुक्ति भव ॐ

इसके बाद में उस वस्तु को आपने मौली से बांध लेना है अथवा किसी भी बहते हुए पानी में आपको जाकर बहा देना है लेकिन वह आने से पहले 5 बार या 11 बार गायत्री मंत्र का उच्चारण कर ले जल प्रवाह कर दें इस तरह से यह प्रयोग पूर्ण हो जाता है साधक को हर क्षेत्र में तरक्की मिलने लग जाती है यह बताएं मेरा ही नहीं मेरे द्वारा कई शिष्य अथवा कई लोगों को करवाया गया है कि भक्तों को करवाया गया है उन भक्तों को इस प्रयोग के बाद कई प्रकार के लाभ अथवा पितरों की कृपा मिली है आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ सनी नाथ शर्मा ।



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