हनुमान जी की सिद्धि पंचमुखी हनुमान की सवारी (HANUMAN JI KI SIDDHI PACHMUKHI HANUMAN JI KI SAWARI MANTRA )

आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ मैं सनी शर्मा एक बार फिर से बाबा हनुमान जी की पंचमुखी साधना देखें आपके सामने आया यह मंत्र के जाप से हनुमान बाबा जी के 5 स्वरूपों की सिद्धि प्राप्त होती है यह हनुमान जी की ऐसी साधना है कि इस साधना को करने के बाद हनुमान जी सवारी रूप चौकी रूप और आप की गद्दी पर आकर आमने-सामने आपके साथ बातचीत करते हैं पूर्ण रूप से जो लोग गुरु दीक्षित हैं जिनके ऊपर गुरु कृपा है वह इस मंत्र का उपयोग कर सकते हैं यह मंत्र में जो शब्द वर्णित है वह शब्द इंटरनेट वाले नहीं है यह पूर्ण रूप से किताब वाला मंत्र नहीं है गुरमुखी विद्या क्योंकि मंत्र में जो शब्द है उन शब्दों के आधार पर आप हनुमान बाबा जी को अपनी तरफ बुलाते हो और हनुमान बाबा जी को जब श्री रामचंद्र जी मैया सीता की और लक्ष्मण जी की आग लगती है तो वह आने के लिए विवश हो जाते हैं साधना करने से पहले पूर्ण रूप से आप मेरे युटुब चैनल पर विजिट कर सकते हैं और चैनल को सब्सक्राइब जरूर करें क्योंकि लाइव चैट में आप लोग मेरे साथ फ्री में बात कर सकते हो वहां पर आपने कोई पैसा नहीं देना परामर्श लेना है आपने साधना मुख से लेनी है मंत्र काम में लेना अरदास लगवानी है तो मेरी कंसलटिंग फीस 1150 और मंत्र सिद्धि की अरदास 2550 लगती है बाकी साधना के अनुसार ही बहुत खर्चा रहता है काम के अनुसार साधना कैसे करनी है साधना का विधान नीचे है जय गुरु गोरखनाथ सनी नाथ शर्मा ।

यह साधना आप शुक्ल पक्ष के किसी भी मंगलवार से शुरू कर सकते हो यह साधना सवा महीने की साधना है इस साधना में आप हनुमान जी की पूजा दो पहर में करेंगे सुबह और शाम की दिन में दो बार पूजा करनी जरूरी है उसको दो पहर बोला जाता है और लाल मूंगे की माला लाल धोती या लाल कुर्ता पजामा लाल आसन या लाल कंबल का आसन ले सकते हो और हनुमान जी की मूर्ति या फिर हनुमान जी की फोटो समक्ष रखकर उनके सामने एक देसी घी का दीपक प्रज्वलित कर ना आपने दीपक आप अखंड भी लगा सकते हो और आप जितनी देर में बैठ ना उतनी


देर भी लगा सकते हो बाबा जी को भोग में आपने लड्डू पंचमेवा अथवा साधना से पहले और जितने भी मंगलवार सवा महीने में पड़ेंगे बाबा जी के नाम का चूड़ा का पूरा सामान और बाबा जी के नाम की सभा की लो लड्डू मंगलवार को मंदिर में जाएंगे बाकी आपने घर में बाबा जी को मिश्री और पंचमेवा का भोग लगाना है आप मंगलवार की मंगलवार हवन भी कर सकते हो उसी समान का या वह समान आप लास्ट में सवा महीना होने के बाद आप हो हवन डाल सकते हो पंच में भी के साथ ही हवन करना है आपको उसके अलावा ज्यादा कोई चीज नहीं लेनी है सिद्धि होने के बाद हनुमान जी को मन ही मन में आप याद करना बाबाजी झटका भी देख कर जाएंगे आपके शीश पर भी आएंगे और भक्तों के संकट भी काट कर जाएंगे दरबार में जैसा इंसान जिस इच्छा से आएगा उसी प्रकार से उसके कार्य निकलेंगे साधना करने से पहले एक बार सलाह मशवरा जरूर कर लेना और धोने पर अरदास जरूर लगवाना क्योंकि मंत्र गुरुमुखी है ऐसे सिद्ध नहीं होना मेरे द्वारा देगी किराया करने से पहले मेरे धोने पर ही अरदास लगनी है आदेश आदेश जय गुरु हरनाथ अलख निरंजन ।


श्री राम भक्त हनुमान जाग-जाग किलकारी मार तू हंकारे राम जी के काज सवारे ओडू सिंदूर सीता मैया का तू पहरी करे राम द्वारे मैं बुलाऊं तू अब आराम गीत तू गाता आ नहीं आए तो राजा रामचंद्र सीता लक्ष्मण यदि की दुहाई चले मंदिर पूरे वाचा देखा हनुमान बाबा तेरी सवारी तेरी चढ़ाई का तमाशा ।

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