गुरु मंत्र गुरु शब्द के बाद मैं सब कुछ सिद्ध हो नेट पर बहुत कुछ लेकिन हुमारा ज्ञान गुरु ज्ञान मंत्र और तंत्र की ऐसी किरिया आपको कही नहीं मिलेगी क्युकी गुरु सिमरन मैं सब होता है ! मेरा शब्द कॉपी पेस्ट करने से कुछ नहीं होगा क्युकी मंत्र कट करके दिया है मैंने गुरु ज्ञान सबको मैंने सामने से दुगा ! जय गुरु गोरखनाथ सनी नाथ ! नेट पर से ऐसे ही गुरु मंत्र कर साधना करना यह बिलकुल गलत बात है जो लोग ऐसे करते है वो लोग खुद तो मार्गे ही साथ मैं अपने घर वालो को भी ले कर जायेगा उसका कारन क्या होता है मैं आपको बता देना चाहता हूँ गुरु ऐसे नहीं मान सकते हो यह तो यह तो बात हो गयी आपकी मर्जी थी अपने मान लिया अपने सामने वाले से तो पूछा ही नहीं आपको मैं उस काबिल लगता हूँ जा नहीं गुरु जब तक मुख से आदेश नहीं करता है तभ तक कुछ नहीं होता है मानने जा नहीं मानने से कुछ नहीं होता है ! क्या पता आप लोगो के क्या क्रम हो और क्या ग्रंटी है के गुरु मान कर अपने जो मंत्र सिद्ध किया है आप उसका कभी दुर पय्रोग नहीं करोगे लोग अपने भले के लिए किसी को भी निचा दिखा सकते है उन मैं उनका गुरु नहीं आता है लोग हम से ही सीख कर गुरु को ही केहक करते है उन लोगो के लिए एहि बोलूगा बेटा बाप तो बाप ही होता है ! उसके आगे नहीं निकले सकते हो लेकिन यह भी सच है कोई बाप यह नै कहता है मेरा बेटा मेरे से पीछे रहे सो ऐसे गुरु नहीं बनते है नेट से देख कर मान कर सुरु कर दिया गुरु मंत्र पूर्ण विधान से दिया जाता है ऐसे से हुकुम होता है तभी बाप बेटे को अपने अंडर लेता है मतलब गुरु तभी शिये बनाता है ऐसे नहीं ! आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ सनी नाथ !
गुरु गोरखनाथ गुरु मंत्र गुप्त विधान ऐवम गुप्त मंत्र
ॐ शिव गोरक्ष योगी ४ खूंट १४ भवन
भोगी १६ कला सम्पूर्ण मुंद्रा वाले बाबा
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धुनें पर करे विरिया ९ नाथ ८४ ने जानी
गोरख यति मछिन्द्र का चेला कानो कुण्डल
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सोना मुखड़ा शिव अवतारी गोरख टिल्ला
तेरा स्थान आगे पीछे गुगा पेलबान मारे
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गोरखनाथ लगिया तेरा दरबार आओ बाबा
भागता दी रखो लज्ज बोलो शिव ही शिव
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गुरु जी को आदेश आदेश ! सनी नाथ !
यह गुरु मंत्र ३३ कोटि देवता के इलावा आपको सद्गुरु जगत पिता सद्गुरु महाराज गुरु गोरखनाथ जी के संग गुगा बाबा जी कृपा ऐवम चौकी दिलाता है गुप्त ज्ञान मंत्र अभी तक न किसी किाताब न ही नेट पर दिया है गुरु ज्ञान तो सामने से दिया जाता है जो उस काबिल हो नहीं टॉप गुप्त ज्ञान गुप्त ही सही होता है हर किसी के हैट ऐसे चीज़े ऐवम विद्या नहीं दी जाती है जो उनका दुरपय्रोग करते है मंत्र अधूरा है कट किया ऐसे मत जपना आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ सनी नाथ !
कुछ मंत्र और कुछ ज्ञान ऐसा होता है जो गुरु के द्वारा अपने योग्य शिष्य को ही सिखाया जाता है उनमें से कुछ ऐसे मंत्र होते हैं जो गुरु में गुरु प्रणाली के हिसाब से ही चलते हैं एक गुरु से वह मंत्र दूसरे चेले को दिया जाता है जब चेला गुरु की कृपा के बाद के है वह अपने आगे जो चले बबनाता है उस हिसाब से गुरु प्रणाली आगे चलती है गुरु के सानिध्य में किए गए मंत्र ही कारगर सिद्ध होते हैं उनमें से एक मंत्र आज मैं आप सभी के समक्ष प्रकाशित कर रहा हूं लेकिन कुछ कारणवश यह मंत्र में पूरा इंटरनेट पर नहीं दे सकता इसमें से कुछ शब्द कुछ लाइने मैंने छुपा कर रखी है क्योंकि मंत्र ज्ञान गुरु सम्मुख होता है अगर आप गुरु बिना कुछ करना चाहते हो आप सिर्फ भक्ति कर सकते हो साधना क्षेत्र में उतरने के लिए गुरु कृपा और आपको हर एक चीज का ज्ञान होना अति आवश्यक है अगर आपको ज्ञान नहीं है तो साधना के क्षेत्र में आप लोग सफल नहीं हो पाओगे आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ सनी नाथ शर्मा ।
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