कृष्ण जन्माष्टमी प्रयोग : धन, वशीकरण मोहन कर्म विद्
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कृष्ण जन्माष्टमी केवल भारत भूमि ही नही अपितु देवताओं में भी हर्षोल्लास का पर्व है, महोत्सव है, नंदोत्सव को धूम धाम से हर स्थान पर मनाया जाता है: अतः नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की
हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की
जिन दंपत्ति के कोई संतान नहीं है वो विधि पूर्वक इस दिन श्री कृष्ण का व्रत करें तो श्री भगवान उन पर कृपा कर सकते हैं। विशेष प्रयोग: गौ माता और उनके बछड़े की सेवा करें, उनको स्नान इत्यादि करवा कर उनको फल मिष्ठान का भोग लगवाए और भगवान लड्डू गोपाल की सेवा करें।
जिनको आकर्षण शक्ति चाहिए वे भगवान के मधुराष्टक महास्तोत्र आर्टिकल बाय सन्नी नाथ का पाठ करें। इस दिन श्री भगवान का नाम संकीर्तन अवश्य करें, भागवत महाग्रंथ पोथी और श्री गीता जी का पाठ मोक्षप्रद है।
जिनको धन चाहिए वो श्री कृष्ण के माखन चोर लीला का स्मरण करते हुए श्री गौ माता की सेवा करे और घर में गौ घृत से ठाकुर जी के श्री अंग की सेवा करें। शुद्ध देसी गौ आर्टिकल बाय सन्नी नाथ घृत से बने पकवान हमारे लाडले को बहुत प्रिय है।
श्री कृष्ण जी के यज्ञ आर्टिकल by सन्नी नाथ की विधि:
देसी गौ घृत अति आवश्यक है, अतिशय शुद्ध होना चाहिए, वैदिक परंपरा से किया कराया गया होम प्रभु को करुणा करने के लिए मजबूर कर ही देता है।
भोग जो भी लगावे आर्टिकल by sunny नाथ उसमे तुलसी जी पधराना बहुत बहुत बहुत जरूरी है। बिना तुलसी जी के पत्र के श्री कृष्ण उस भोग्य पदार्थ की ओर देखते भी नही।
तुसली की लकड़ी के आंच से पकी खीर से भगवान अनंत सहस्त्रों वर्षो तक तृप्त हो जाते है और भक्तों को वैकुंठ/गोलोक/साकेत का धाम वास देते है।

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