शेषनाग साधना (नाग देवता साधना गुप्त विधान) सनी नाथ


सतनाम आदेश गुरु जी गुरु को आदेश आदेश 
 ब्रम्ह लीन ब्रम्ह ज्ञानी कालो के काल महाकाल 
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गंगा सनान मृगछाली हाथ मैं तिरसुल डमरू बाजे
भोलेनाथ का शेषनाग गल मैं साजे,विशाल रूप 
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देवता जी विराजो मेरे आंगन सुख दुःख मैं बनो  
सहाई  भोलेनाथ के रूप शिव गुरु गोरक्षनाथ 
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कार बोलो गुरु गोरखनाथ जी तेरी सदा ही जय 
जय कार सनी नाथ !

गुरु कृपा से अपने इन मंत्रो का प्रयोग करना है यह साधनाये गुरु सनाधिया मैं होती है इलसिए मैं मंत्र पूर्ण नहीं दिया है जानकारी अथवा गुरु ज्ञान के लिए मैं मंत्र के कुछ शब्द यहाँ दिए है गुरु ज्ञान गुरुमुखी होता है यह मंत्र शब्द आपको कही नहीं मिलने है क्युकी गुरु है तो ज्ञान है गुरु नहीं तो कुछ नहीं नाग देवता जिनके कुलदेवता है वो इस मंत्र से लैब उठा सकते है गुरु कृपा से आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ सनी नाथ शर्मा !



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