दशहरा पर की जाने वाली साधनाएं विशेष रूप से बुराई पर अच्छाई की जीत, आत्म-शुद्धि, और आध्यात्मिक उन्नति के उद्देश्य से की जाती हैं। यह दिन तंत्र-मंत्र और आध्यात्मिक साधनाओं के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है। दशहरा का दिन देवी शक्ति और भगवान राम की विजय के प्रतीक के रूप में देखा जाता है, इसलिए इस दिन की गई साधनाएं अत्यधिक प्रभावी मानी जाती हैं। यहाँ दशहरा के दिन की जाने वाली कुछ प्रमुख साधनाओं का विवरण दिया गया है:

 दशहरा पर की जाने वाली साधनाएं विशेष रूप से बुराई पर अच्छाई की जीत, आत्म-शुद्धि, और आध्यात्मिक उन्नति के उद्देश्य से की जाती हैं। यह दिन तंत्र-मंत्र और आध्यात्मिक साधनाओं के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है। दशहरा का दिन देवी शक्ति और भगवान राम की विजय के प्रतीक के रूप में देखा जाता है, इसलिए इस दिन की गई साधनाएं अत्यधिक प्रभावी मानी जाती हैं। यहाँ दशहरा के दिन की जाने वाली कुछ प्रमुख साधनाओं का विवरण दिया गया है:


### 1. **दुर्गा साधना (महाकाली या महादुर्गा साधना)**:

   दशहरा का दिन दुर्गा पूजा के समाप्ति का समय होता है, इसलिए इस दिन देवी दुर्गा या महाकाली की विशेष साधना करना अत्यंत शुभ माना जाता है। यह साधना बुरी शक्तियों से मुक्ति पाने और जीवन में शक्ति व साहस प्राप्त करने के लिए की जाती है।


   **साधना विधि**:

   - प्रातःकाल स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।

   - पूजा स्थान पर माँ दुर्गा की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।

   - माँ दुर्गा का पूजन फूल, अक्षत, हल्दी, चंदन, और सुगंधित धूप से करें।

   - दीपक जलाएं और 108 बार "ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चे" मंत्र का जाप करें।

   - यदि संभव हो तो इस मंत्र का जाप लाल चंदन की माला से करें। इससे साधना का प्रभाव अधिक होता है।

   - साधना के अंत में माँ दुर्गा से अपने जीवन की समस्याओं से मुक्ति और आत्मिक शक्ति की प्राप्ति की प्रार्थना करें।


### 2. **भगवान राम की साधना**:

   दशहरा को भगवान राम द्वारा रावण पर विजय प्राप्त करने का दिन माना जाता है। इसलिए इस दिन भगवान राम की साधना करना विशेष रूप से लाभकारी होता है। यह साधना सफलता, विजय और मनोबल बढ़ाने के लिए की जाती है।


   **साधना विधि**:

   - भगवान राम की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।

   - पूजा सामग्री में पुष्प, चंदन, दीपक, और फल रखें।

   - "ॐ श्रीरामाय नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें।

   - रामरक्षा स्तोत्र का पाठ करना अत्यंत प्रभावशाली माना जाता है।

   - इसके बाद भगवान राम से जीवन में विजय प्राप्त करने और बुराई पर जीत पाने के लिए प्रार्थना करें।


### 3. **हनुमान साधना**:

   दशहरा के दिन हनुमान जी की साधना भी अत्यंत प्रभावशाली मानी जाती है। हनुमान जी का पूजन करने से भय, शत्रु और सभी प्रकार की नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति मिलती है। हनुमान जी को संकटमोचक कहा जाता है, और उनकी साधना से साहस, आत्मबल और सुरक्षा प्राप्त होती है।


   **साधना विधि**:

   - हनुमान जी के मंदिर में जाकर या घर में उनकी प्रतिमा के सामने एक दीपक जलाएं।

   - लाल सिंदूर, चांदी का वर्क, और तुलसी पत्र चढ़ाएं।

   - "ॐ हनुमते नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें।

   - हनुमान चालीसा का पाठ करें।

   - अंत में हनुमान जी से सुरक्षा और शक्ति के लिए प्रार्थना करें।


### 4. **शत्रु नाशक साधना**:

   दशहरा का दिन शत्रु नाश के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। यदि जीवन में शत्रुओं द्वारा कोई बाधा आ रही हो, तो दशहरा के दिन शत्रु नाशक साधना करने से लाभ होता है। इस साधना से शत्रुओं का नाश और भय का अंत होता है।


   **साधना विधि**:

   - किसी शांत और पवित्र स्थान पर बैठें और एक सरसों के तेल का दीपक जलाएं।

   - काली हल्दी, राई और काले तिल का प्रयोग करके हवन सामग्री तैयार करें।

   - हनुमान जी का ध्यान करके "ॐ ह्रीं क्लीं महासेनाय नमः" मंत्र का जाप करें।

   - मंत्र का जाप करते हुए हवन सामग्री को दीपक के सामने अर्पित करें।

   - 108 बार मंत्र जाप करने के बाद हनुमान जी से शत्रुओं से रक्षा की प्रार्थना करें।


### 5. **तंत्र साधना**:

   दशहरा का दिन तंत्र साधना के लिए भी बहुत शुभ होता है। जो लोग तंत्र विद्या में रुचि रखते हैं, वे इस दिन विशेष साधना कर सकते हैं। यह साधना जीवन के कठिन समय और संकटों से मुक्ति पाने के लिए की जाती है।


   **साधना विधि**:

   - रात्रि के समय एकांत में किसी पवित्र स्थान पर काले वस्त्र पहनकर बैठें।

   - पंचमुखी दीपक जलाएं और 11 काली मिर्च लेकर उन्हें हवन सामग्री में डालें।

   - "ॐ क्रीं कालीकाय नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें।

   - साधना समाप्त होने के बाद देवी काली से अपनी समस्याओं से मुक्ति और जीवन में शक्ति की प्राप्ति की प्रार्थना करें।


### 6. **व्यापार उन्नति के लिए साधना**:

   दशहरा का दिन व्यापारिक उन्नति के लिए भी बहुत शुभ माना जाता है। इस दिन लक्ष्मी पूजन या विशेष व्यापार उन्नति साधना करने से व्यापार में उन्नति और समृद्धि मिलती है।


   **साधना विधि**:

   - अपने कार्यस्थल या दुकान में लक्ष्मी जी की प्रतिमा स्थापित करें।

   - सफेद पुष्प, चावल, हल्दी, और चंदन से लक्ष्मी पूजन करें।

   - "ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें।

   - इसके बाद लक्ष्मी जी से व्यापार में उन्नति और धन-धान्य की प्रार्थना करें।


### निष्कर्ष:

दशहरा का दिन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, और इस दिन की जाने वाली साधनाएं आध्यात्मिक उन्नति, नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति, शत्रुओं के नाश, और सुख-समृद्धि प्राप्त करने के लिए की जाती हैं। साधना करते समय शुद्धता, ध्यान, और मंत्र जाप पर विशेष ध्यान देना चाहिए, ताकि साधना का पूरा लाभ प्राप्त हो सके।



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