आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ मैं सनी शर्मा एक बार फिर से आप सभी के लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी लेकर आया हूं हर एक भगत के मन में एक प्रश्न उम्रता है कि मैं संकल्प में हूं लेकिन मेरे संकल्प के दौरान साधना काल में स्वप्नदोष हो गया है जिसके कारण मुझे साधना का फल नहीं मिलेगा तो उन लोगों को मैं बताना चाहता हूं साधना के कल अगर ऐसी क्रिया आप लोगों के साथ हो जाती है तो वह दैविक शक्तियों बोल सकते हैं जो कि देवताओं के कहने पर ही आपकी परीक्षा लेने आता है आप उसे परीक्षा में असफल जरूर हुए हो लेकिन साधना में अभी तक आप बने हुए हो बरकरार हो यानी की साधना आपकी अभी तक खत्म नहीं हुई है और साधना का फल भी आपको मिलेगा जब तक आप उसे परीक्षा के पड़ाव को पर नहीं कर लेते हो तब तक वह चीज आपके साथ होती रहेगी लेकिन साधना के दौरान या संकल्प के दौरान जो व्यक्ति अपनी इच्छा के अनुसार संभोग या यौन थिंक के बारे में नहींसोचता है ना ही करता है और यह क्रिया शारीरिक क्रिया है रात को सोते हुए स्वपन दोष के माध्यम से या सपनों के माध्यम से अगर यह क्रिया उसके साथ होती है तो शत प्रतिशत उसकी उसकी साधना का फल मिलेगा क्योंकि देवता ने उसकी परीक्षा ली है और वह परीक्षा के पड़ाव में अभी भी बरकरार है बना हुआ है मात्र संकल्प तक उसे व्यक्ति को चलना है और गुरु के द्वारा बताए गए मार्ग पर चलना है सनी नाथ युटुब चैनल जरूर देखें आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ सनी नाथ शर्मा ।
जय गुरु गोरखनाथ चेतावनी:-इस लेख में वर्णित नियम ,सूत्र,व्याख्याए,तथ्य स्वयंके अभ्यास-अनुभव के आधार पर एवं गुरू-साधु-संतों के कथन,ज्योतिष-वास्तु-वैदिक-तांत्रिक-आध्यात्मिक-साबरी ग्रंथो,मान्यताओं और जानकारियों के आधार पर मात्र शैक्षणिक उद्देश्यों हेतु दी जाती है।हम इनकी पुष्टी नही करते,अतः बिना गुरु के निर्देशन के साधनाए या प्रयोग ना करे। ©कॉपी राइट एक्ट 1957) सनी नाथ शर्मा ! WHATSAAP:-+91-9891595270 youtube channel :- SUNNY NATH & 9 NATH 84 SIDH
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