आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ में सनी शर्मा एक बार फिर से माता मदानण की साधना लेकर आया हूं साधना विधान अच्छे से पहले यह साधना गुरु सानिध्य गुरु कृपा से करें ज्यादा जानकारी के लिए मेरे यूट्यूब चैनल सनी नाथ पर विजिट करें चैनल को सब्सक्राइब बैल आइकन पर क्लिक करें बाकी की सारी सर्विस पेड़ है साधना के अनुसार ही मेरी सर्विस का चार्ज रहता है यह साधना किसी भी शुक्ल पक्ष के रविवार शनिवार अथवा मंगलवार किसी भी दिन से शुरू की जा सकती है 108 धनोवली रुद्राक्ष की माला के ऊपर मंत्र का जप करें 5 से 11 मला आपने नित्य करनी है सामग्री और
सामग्री में जो भोग लग रहे हैं वह आपको देने ही पड़ेंगे देसी घी गूगल शिमला करो होम करना है एक लाल ध्वजा एक नारियल एक जल का लोटा एक फूलों की माला 11 लॉन्ग ग्यारह इलायची 11 गुलाब के फूल सोलह सिंगार पांच लड्डू खमणि का जोड़ा पांच बताशे 11 मार्च सात प्रकार की मिठाई एक शराब का पव्वा थोड़ा सा हाल बा यह समान प्रतिदिन आप को बदलना है और चढ़ाते हुए समान किसी निर्जल उजाड़ में रख देना है या माता के थानों पर रख देना दूसरे दिन फिर नया सामान चढ़ाना है यह साधना बिना गुरु के कथा नहीं करनी है साधना बिना प्रोडक्शन के कभी नहीं करनी है साधना करने से पहले अरदास लगवाना अनिवार्य है ऐसे मत करना ऐसे करते हो लेखा-जोखा जिसका आपका रहता है उधर साधना है इस साधना को करने से पहले अपना आशीर्वाद
ना जरूरी है यह साधना आपको 41 दिन लगातार करनी है गुरु मंत्र जिन लोगों के पास है वह सब मंत्र का प्रयोग मेरी आज्ञा से कर सकते हैं अथवा धोने पर अरदास लगाकर कर सकते हैं बिना गुरु के साधना करोगे नेगेटिव परिणाम मिलेंगे क्योंकि यह एक तामसिक साधना है मंत्र में कोई त्रुटि नहीं होनी चाहिए मंत्र में कोई हेरफेर नहीं करना है समन घर पर नहीं रखना साधना का अनुष्ठान
किसी एकांत स्थान पर करना है सामग्री एक ही जगह पर रखनी है ऊपर
दी गई सामग्री में चेंज करते रहना है हर रोज आपको भोग लगाना पड़ेगा बदल बदल के आपको भोग देना पड़ेगा वह आप लोग मेरे साथ कंसल्ट करके समझ सकते हो कि कैसे भोग देना है क्या करना है मदाना वाली थाना वाली की कृपा होते ही आपको कई प्रकार की सिद्धियां मिलती है जिसमें 56 कलवे 52 वीर 64 जोगनिया 360 प्रकार की मसानिया अथवा जोड़े में सबल सिंह दादा केसरमल बावरी महामाई काली कलकत्ते वाली लूणा चरण सफीदों धाम की शक्तियां पीर फकीर बली और लागे गुरु इस्माइल जोगी की कृपा होती है यह एक प्रमाणित प्रयोग है प्रयोग करने से पहले पूर्णता गुरु आज्ञा जरूरी है यह साधना दीक्षा लेकर करते हो तो इसका भोग प्रसाद बढ़ जाता है अथवा साधना पूर्ण रूप से गुरु आज्ञा के अनुसार एवं अपने अनुभव गुरु तक ही सीमित रखें
साधना संकल्प लेकर ही करनी है बिना संकल्प पर साधना नहीं करनी है माला रुद्राक्ष की आसन आप कोई भी ले सकते हो बस्तर में आप कुर्ता पजामा पहन सकते हो साधना काल में संभोग करना बजे रीत है आप संभोग क्रिया से दूर अथवा स्त्रियों की मान मर्यादा का खासकर ध्यान रखेंगे क्योंकि माता की दर्शन किसी भी रूप में हो सकते हैं 41 में या 42 में दिन आपको महामाई के वचन अथवा साधना में क्या प्राप्त हुआ है वह आपको उस दिन अथवा साधना के दौरान होने वाले अनुभव के आधार पर ही पता लगेगा आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ सनी नाथ शर्मा ।
।। घेरा मन्त्र।।*** आसन कीलां, बासन कीलां कीलां अपनी काया,जगदा मसाण कीलां अपनी छाया,आयतुल कुर्सी कच्छ कुरान आगे पिछे तु रहमान धड़ राखे खुद सिर राखे सुलेमान दुहाई अलिमौला दी, उपरोक्त मन्त्र को एक माला जाप
करके आपने जिस्म पर फूंक मार लें।
फिर निम्न लिखित मन्त्र से लगातार त्राटक करते हुए खुली आँखों से जाप करना है इस से आपको जबरदस्त रूहानी नज़र प्राप्त होगी।
माता का सिद्धि मन्त्र:- ॐ नमो आदेश गुरु को,माई मदानण बंगालन पाप छोड़ ,धर्म पर आये, कलकत्ते खेड़े नु मन्नके थान धनेशर नु मन्न के नागे गुरु ने मन्न के मेरी चले चलाये ना चले तां लूना चमारी के नरक कुंड चे गिरे,चले मन्त्र पुरो वांचा देखां माई मदानण बंगालन तेरे काले ईल्म दा तमाशा।
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