आदेश आदेश
*YouTube Channel-Sunny Nath*
*श्री गुरुगीता*
पार्ट 8
*आइए जानते है की महादेव ने माता पार्वती को गुरूगीता की क्या महत्तवता बताई*
महादेव जी ने कहा कि यदि कोई मनुष्य इस गुरुगीता का पाठ करता है ,इसको सुनता है वह इसको लिखता है , तो वह भक्त सर्व फल भोगता है ।इस गुरु गीता को नित्य भाव पूर्वक हृदय में धारण करना चाहिए महाव्याधि वाले दुखी लोगों को इस गुरु गीता का सदा ही जप करना चाहिए ।गुरु गीता का एक एक अक्षर मंत्रराज है ।अन्य जो विविध मंत्र है वह इसका 16वा भाग भी नही। गुरुगीता के जप से अनंत फल मिलता है। गुरुगीता सर्व पापों को हरने वाली और दारिद्र्य का नाश करने वाली है।
गुरूगीता का पाठ करने से अकाल मृत्यु टलती है ।यह गुरुगीता सब संकटों से रक्षा करती है। यह गुरुगीता यक्ष, राक्षस ,भूत ,चोर और शेर आदि का घात करती है ।गुरु गीता सब प्रकार के उपद्रवों, कुष्ठ आदि दुष्ट रोगों और दोषों का निवारण करने वाली है। श्री गुरुदेव के सानिध्य में रहकर जो फल मिलता है वह फल इस गुरु गीता का पाठ करने से भी मिलता है।
इस गुरुगीता का पाठ करने से महाव्याधि दूर होती है। सर्व ऐश्वर्य और सिद्धियों की भी प्राप्ति होती है। मोहन में और वशीकरण में इसका पाठ स्वयं करना चाहिए।इस गुरु गीता का पाठ जो मनुष्य भी करता है उस पर सर्व प्राणी मोहित हो जाते हैं ।उसको बंधन में से परम मुक्ति मिलती है वह देवराज इंद्र का प्यारा होता है और राजा उसके वश में होता है ।
यह गुरु गीता शत्रु का मुंह बंद कर देने वाली है गुणों की वृद्धि करने वाली है, दुष्कृत्यों का नाश करने वाली सत्कर्म में सिद्धि देने वाली है ।इसका पाठ असाध्य कार्यों की सिद्धि कराता है नवग्रह का भय हराता है, दुस्वपन का नाश करता है और सुस्वपन के फल की प्राप्ति कराता है।यह गुरुगीता स्वरूपज्ञान का भंडार है।यह गुरुगीता तीनों तापों का शमन करने वाली है। सब प्रकार की शांति करने वाली है। वन्धया स्त्री को सुपुत्र देने वाली,सवधा स्त्रियों के वैधव्य का निवारण करनेवाली और सौभाग्य की वृद्धि करने वाली है।
यह गुरुगीता आयुष्य,आरोग्य,ऐश्वर्य और पुत्र पौत्र की वृद्धि करने वाली है। यदि कोई विधवा इसका निष्काम भाव से जप करे जो उसको मोक्ष की प्राप्ति होती है। यदि वह विधवा सकाम होकर जप करे तो अगले जन्म में उसको संताप हारने वाला सौभाग्य प्राप्त होता है।उसके सब दुख,भय,विघ्न और संताप का नाश होता है।
यही गुरु गीता का पाठ सब पापों का शमन करता है धर्म ,अर्थ ,काम और मोक्ष की प्राप्ति कराता है इसके पाठ से जो जो आकांक्षा की जाती है वह अवश्य ही सिद्ध होती है। यदि कोई भक्त इस गुरु गीता को लिखकर इसकी पूजा करें तो उसे लक्ष्मी और मोक्ष की प्राप्ति होती है और विशेषकर उसके हृदय में सदा सर्वदा गुरु भक्ति उत्पन्न होती रहती है ।शक्ति के, सूर्य के ,गणपति के ,शिव के और पशुपति के मतवादी जो इस गुरुगीता का पाठ करते हैं वह सत्य है,सत्य है इसमें कोई संदेह नहीं।
*आशा करता हूं,आपको मेरे द्वारा दी हुई जानकारी अच्छी लगी होगी।*
*आप मेरी यूट्यूब चैनल ,“SUNNY NATH” को भी सब्सक्राइब करें,वहां पर आप लाइव चैट में जुड़ कर मेरे से फ्री में बातचीत कर सकते है।*
*मेरा नंबर ,वेबसाइट और मेरे चैनल दोनो पर ही है।*
*किसी भी क्रिया/साधना को करने के लिए आप मेरे साथ संपर्क कर सकते है। मेरी सारी सर्विसेज पैड है।*
आदेश आदेश
*SUNNY NATH SHARMA*
No comments:
Post a Comment