नाथों का धूना लगाने की विधि और धुना मैं क्या-क्या भोग दिए जाते हैं NATHO KA DHUNA LAGANE KI VIDHI

आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ मैं सनी शर्मा एक बार फिर से आप सभी के लिए धोना लगाने की विधि लेकर आया हूं कैसे लगाया जाता है नाथों के नाम का धूना और धोने की सेवा कैसे करी जाती है सर्वप्रथम आप लोगों को बताना चाहता हूं गुरु सानिध्य में चलकर अगर आप सेवा करते हो तो आपको आपकी साधना का फल जल्दी मिल जाता है धोना लगाने की विधि और धोने की विधि परंपरा नाथ संप्रदाय से ही चली है नाथों की सेवा ही और नाथू ने ही सर्वप्रथम धोना लगाया है धुने में आप अपनी समरथ अनुसार सात्विक भोजन आहार अथवा फल फ्रूट या पंचमेवा या फिर आप उसमें नाथों के नाम का रोट लगा सकते हैं और धोना लगाते समय कुछ नियम होते हैं सर्वप्रथम धोने में आपने पानी का छींटा देना है फिर आपने पांच गोसे लगाने हैं और उसमें आपने आदमी प्रज्वलित करनी है उसके बाद आपने धोने का मंत्र जो मैंने अपनी वेबसाइट पर लिखा है उसका अपने मन ही मन जाप करना है उसके बाद आपने एक चम्मच देस घी का डालना है फिर आप हवन सामग्री जो मार्केट से मिलती है वह भी डाल सकते हो या फिर गूगल लोबान आपने खुद सामग्री बनाया उसका भी आप प्रयोग कर सकते हो उसके बाद आपने भोग लगाना है और आपने अपनी साधना और कर्म पर बैठ जाना है नित्य ही कर्म आपने करना है और जब आपने उठना है तब आपने पानी का चिंता फिर से दे देना है इतना सही कार्य करना है ज्यादा जानकारी के लिए मेरे यूट्यूब चैनल सनी नाथ पर विजिट करें वहां पर भी आपको वीडियो मिल जाएगा और आप लाइव चैट में मेरे साथ फ्री में बात कर सकते हो बाकी की सारी सर्विस पेड़ है भोग प्रसाद लगना है क्रिया के अनुसार वेबसाइट को अच्छे से पढ़ करन आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ सनी नाथ शर्मा ।

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