बाबा वीर बुलाकी प्रत्यक्ष दर्शन साधना बुलाकी मसान की सवारी VEER MUKALI MASAN KE PRTYKSH DARSHAN SADHANA AUR INKI SAWARI

बाबा वीर बुलाकी प्रत्यक्ष दर्शन साधना


  ॐ नमो आदेश गुरु का, या वीर बुलाकी मसान तार का तरकस लोहे का तीर खिचेगा वीर बुलाकी, मसाण माता का चीर लाल लड्डू लौंग सुपारी जिसपे चले वीर बुलाकी मसाण,शब्द सांचा पिंड काचा चलो मंत्र ईश्वरो वाचा,मैंने बुलाया बाटे-बाट आप आए उबाट-बाट,इसी समय वीर बुलकी मसाण प्रत्यक्ष हाजिर हो ना होतो बहन बसंती की आन,अगर इतने पर भी हजीर नी होए तो,बहन बसंती का चिरफाड लंगोटा करें,बहन बसंती से आराम करें चल चल वीर बुलाकी मसान हाजिर हो,ना हो तो दो दुहाई उस्ताद कमाल का सैयद की,दिल्ली के हजरत तख़्त की, आओ-आओ वीर बुलाकी मसान मेरे समक्ष प्रत्यक्ष हो,नहीं हो उस्ताद कमाल खान सैयद की आन सतनाम आदेश गुरु जी को ।।

सामग्री 

एक बूंदी का लड्डू  एक बर्फी दो पान का पत्ते  एक जायफल एक सुपारी  दो लौंग  दो इलायची  ग्यारह बताशे  एक शराब की बोतल,थोडा हनुमानी वाला पीला सिन्दूर  सात हरी चूडिया  थोडे साबुत उडद के दाने  दही बड़ा उडद का हो ।श्री बाबा वीर बुलाकी यंत्र ताबिज और रक्षा कवच,लाल धागा । इस साधना में किसी भी प्रकार का मास नहीं चढ़ाना है क्युके यह पूर्ण रूपेण तामसिक साधना नहीं है ।


विधि :-नवनाथों को प्रणाम करके शनिवार से साधना आरंभ करें और रक्षा कवच को लाल धागे में डालकर पहन ले  साधना में धूप दीप कर पूजन सामग्री को सामने रखे,एक लोटे मे जल भर कर उस मे 1 बताशा डाल दे और मिट्टी के कोरे सिकोरे में 1 लड्डू 2 बर्फी 1 पान का पता  दही-बड़ा 5 बताशे रखे । लड्डू के पास 2 लौंग 2 इलायची और श्री बाबा वीर बुलाकी यंत्र ताबिज को रखे और उस पर जन्नत-ए-फिरदोस नाम के इत्र का फाहा लगा दे  उस पर आधा बॉटल शराब चढ़ाये  बचा हुआ आधा बॉटल शराब संभालकर रखे । मन्त्र को बिना गिनती अनुमान से 90 मिनट तक जप करना है,जप करते समय दृष्टी श्री बाबा वीर बुलाकी यंत्र ताबिज पर हो जाप रात को 10.30 बजे के बाद करना है ताकि 12 बजे के बाद ही जाप पूर्ण हो जाए । जाप के उपरांत कपूर जला कर देव को अग्नि रूपी जानकर दही-बड़े का भोग  जायफल सुपारी  5 बताशे  1 पान के पत्ता और बचा हुआ आधा बॉटल शराब का भोग शराब लगाए और उसके ऊपर से तीन बार हाथ में जल लेकर घुमाये  अब 5 लौंग का अपनी कोई भी मनोकामना बोलते हुए चढ़ाये । मिट्टी के सिकोरे में कपूर पर भोग दी हुई सामग्री में थोड़ी शराब भी सिकोरै में डाल दें फिर वह सिकोरा घर से बाहर कहीं आक के पौधे की जड में रख आए सिकोरा रखने के बाद कुछ उडद के दाने मन्त्र बोलते हुए आक के पौधे पर फेंके ।

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