आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा एक बार फिर से आप सभी के समक्ष बाबा काल भैरव महाराज जी का एक मंत्र लेकर आया हूं यह मंत्र में बाबा काल भैरव जी अघोर पंथ से चलते हैं यानी कि शमशान की पूर्ण रूप से किया चलती है यह मंत्र पूर्ण रूप से गुरुमुखी है और गुरुमुखी ज्ञान है यह मंत्र योग व्यक्ति याद करके यानी कि कंठस्थ करके इस मंत्र को पूर्ण रूप से गुरु सानिध्य में जपेगा उसके ऊपर भैरवनाथ महाराज की चौकी अथवा भैरवनाथ महाराज दर्शन देंगे स्वपन में और प्रत्यक्ष उनके साथ बातचीत करेंगे और भगत के मन की जो बातें होंगी उनके उत्तर उनको स्पष्ट रूप में दिए जाएंगे बाबा भैरव नाथ की तरफ से यह साधना प्रचंड साधना है मेरा काम सिर्फ आप लोगों तक जानकारी पहुंचाना है अगर आप इन साधनों को अपनी मर्जी से अपनी इच्छा से करते हो तो सब कुछ आपके जो कि आपके ऊपर रहता है मैं जानकारी के लिए यहां पर पोस्ट करता हूं पब्लिक तक ज्ञान पहुंचाने के लिए जिन लोगों ने गुरु धारण कर रखी है जिनको साधना सिद्धि का पूर्ण रूप से ज्ञान है जो ध्यान करते हैं जिनको भक्ति करते काफी समय हो गया ज्यादा जानकारी के लिए आप मेरे चैनल सनी नाथ पर विजिट कर सकते हो और यूट्यूब पर जब भी मैं लाइव आता हूं आप लाइव चैट में फ्री मेरे साथ बातचीत कर सकते हो अदरवाइज मेरे साथ बातचीत करनी है तो कंसल्टिंग फीस मेरी जो है 1150 सौ है और 2550 अरदास के हैं मेरा व्हाट्सएप नंबर 989159 5270 आने के बाद ही कार्य करा जाता है फ्री में बात करने के लिए आप वहां पर जुड़ सकते हैं।
काल भैरव महाराज का गुप्त अघोर पथ मंत्र —
आद भैरों जुगाद भैरों भैरों हैं सब भाई भैरों ब्रह्मा भैरों विष्णु भैरों ही भोला साईं भैरों देवी भैरों सब देवता भैरों सिद्ध भैरों नाथ गुरु भैरों पीर भैरों ज्ञान भैरों ध्यान भैरों योग-वैराग भैरों बिन होय ना रक्षा भैरों बिन बजे ना नाद काल भैरों विकराल भैरों घोर भैरों अघोर भैरों भैरों की कोई ना जाने सार भैरों की महिमा अपरम्पार श्वेत वस्त्र, श्वेत जटाधारी हत्थ में मुदगर श्वान की सवारी सार की जंजीर लोहे का कड़ा जहां सिमरुं, भैरों बाबा हाजिर खड़ा चले मन्त्र, फुरे वाचा देखा आद भैरों तेरे इल्म चोट का तमाशा ॥”
भैरव नाथ की साधना के नियम
यह साधना करने से पहले कुछ नियमों की आप को पालना करनी पड़ती है ब्रह्मचारी का पालना यह साधना पूर्ण रूप से जेएनसी कर सकते हैं गुरु कृपा से ही करनी है दूसरी बात मंत्र को आपको पहले कंठस्थ करना पड़ेगा रुद्राक्ष की माला काला ही आसन काले ही बस्तर और कालरात्रि से ही यह पूजा शुरु होनी है अमावस्या से शुरू कर सकते हो या किसी भी शुक्ल पक्ष के रविवार से भी आप साधना शुरू कर सकते हो बाकी जैसे गुरु महाराज के आदेश होते हैं वैसे आप इस साधना को कर सकते हो यह साधना आप घर पर एकांत स्थान पर नदी के तट पर या शमशान में कहीं पर भी बैठ कर सकते हो जगह के हिसाब से आपको प्रोटेक्शन मंत्र की जरूरत पड़ेगी अगर श्मशान में या कहीं बाहर करते हो तो पट एक्शन मंतर जरूरी है अन्यथा आप भैरव कवच का ही पाठ करके घर में साधना का अनुष्ठान बिठा सकते हो यह साधना पूर्ण रूप से गुरु आज्ञा के बाद आपने रुद्राक्ष की माला के ऊपर ऊपर दिए वह मंत्र की पांच माला नित्य कर्म करनी है एक बार ही रात्रि काल में मंत्र का जप करना है रात्रि के 8:00 बजे के बाद 12:00 बजे से पहले पहले आप यह साधना का अनुष्ठान बिठा सकती हो साधना काल में अनुभव आएंगे डरने की जरूरत नहीं है गुरु से अरदास लगवा कर इस साधना के लिए आप मेरे धोने पर अरदास लगवा कर भी कर सकते हो मंत्र पूर्ण रूप से प्रचंड है अगर आप मजाक में भी हो तो भी यह मंत्र कार्य करके जाएगा यह मंत्र तंत्र की शक्ति देता है जो लोग सट्टे के पीछे भागते हैं और शक्ति साधना भैरव नाथ जी का बंजारा है सभी सवारियों को खोल देंगे आपके पिता आपकी कुलदेवता स्थान देता है इनसे भैरवनाथ जी आपको अवगत करवा देंगे आपको पता लग जाएगा लोगों की मन की बातें और अच्छा या बुरा इसके संकेत सपनों के माध्यम से और बाबा भैरव नाथ जी की जिस प्रकार से आपके ऊपर कृपा होती है उस प्रकार से आपको मिलने चालू हो जाए यह साधना पूर्ण रूप से मेरे द्वारा आज माई की है प्रकाशित कर रहा हूं यहां पर और ज्यादा जानकारी के लिए आप मेरे यूट्यूब चैनल सनी नाथ उसके अलावा गुरु गोरखनाथ, शिव गोरक्ष,9 नाथ 84 सिद्ध मेरे ही चैनल है गुरु आज्ञा से साधना सिद्धि कर सकते हो आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ सन्नी नाथ शर्मा ।
No comments:
Post a Comment