अस्तबली पीर जी की साधना इतनी है शक्तिशाली जो की दुश्मनों को कर देती हैं बर्बाद।जिन लोगों को दुश्मन बोहोत ज्यादा करते हैं परेशान उनके लिए यह साधना बोहोत ही उत्तम है। साधना के दौरान ही यह अपनी शक्ति दिखा देते हैं। यह एक गुप्त एवम गुरुमुखी साधना है। यह साधना आपको गुरु के मार्गदर्शन मैं एवम गुरु आज्ञा से ही करनी है।
साधना के नियम
यह 41दिनों की साधना है। साधना आपको शुक्ल पक्ष के गुरुवार से ही शुरू करनी है।आपको तेल का चिराग लगाना है। एक पानी का ग्लास रखकर उसमे थोड़ी सी चीनी डालनी है। मंगलवार शनिवार और गुरुवार इन तीन दिनों में आपको चावल की देघ देनी है। एक सिगरेट लगाना है एक पान लगाना है और पांच लड्डू रखने हैं।एक देघ मैं पीले चावल अलग बनाए और एक हांडी मैं सफेद चावल अलग बनाने हैं। जो पीले चावल है वो हजरत ख्वाजा साहब के नाम के जायेंगे। सरसों के तेल का चिराग लगाना है आसन सफेद या हरा लेना है सफेद कुर्ता पायजामा पहने ।हरी तस्वीर के ऊपर इस कलाम का जप करें। आपको 101बार ही जप करना है । वहीं पे आपको सोना है। इनको लगा भोग बाद मैं घर मैं ही बांटना है। जो बचा हुआ भोग और समान है उसको जाकर बहते पानी मैं छोड़ ना है और जो पानी को रोज़ पौदों मैं डालकर बदलना है।
मंत्र इस प्रकार है,
बिस्मिल्लाह ए रहमान ए रहीम ला इल्लाहे इल इल्ला मोहम्मद उल रसूल अल्लाह अस्तबलि पीर बारह वर्ष का जवान हाथ मैं चांदी की छड़ी मुख मैं पान मारो मार करता चले धरोधार करता चले धोली धार को मान के चले पांच वक्त की नमाज पढ़कर चले तीस रोज़ों को मानकर चले अपने सफीदोंधाम को मानकर चले आपका काम खुदा करे हमारा काम करो आप खोल घड़ा दे धड़ा ला इल्ला इल इल्ला मोहम्मद पाक रसूल अल्लाह बिस्मिल्लाह ए रहमान ए रहीम।
नोट : मेरा काम आप लोगों को जानकारी देना है अगर आप पीर अस्तबली साहब की साधना करना चाहते हो इस साधना की पूर्ण रूप से गुरु दीक्षा लेकर ही आपने मंत्र का जाप करना है इसके लिए आपको पूर्ण रूप से गुरु विधान गुरु आज्ञा और गुरु की नियमों की जरूरत होती है । साधना फीस 5100 है बिना गुरु के करते हो लेखा जोखा आपका मेरा काम कलाम और जनकारी देना आदेश आदेश सन्नी नाथ शर्मा whatsaap 9891595270 ।
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