दशहरा का महत्व और क्यों मनाया जाता हैदशहरा हिंदुओं का एक प्रमुख त्योहार है, जिसे विजयदशमी के नाम से भी जाना जाता है। यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।

दशहरा का महत्व और क्यों मनाया जाता है

दशहरा हिंदुओं का एक प्रमुख त्योहार है, जिसे विजयदशमी के नाम से भी जाना जाता है। यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।
दशहरा क्यों मनाया जाता है?
दशहरा मनाने के पीछे कई पौराणिक कथाएं हैं:
 * रावण का वध: सबसे प्रसिद्ध कथा है भगवान राम द्वारा रावण का वध। दशहरा के दिन ही भगवान राम ने रावण को मारकर लंका पर विजय प्राप्त की थी। इसीलिए इस दिन को विजयदशमी भी कहा जाता है।
 * महाबली चंद्रासुर का वध: एक अन्य कथा के अनुसार, भगवान विष्णु ने वामन अवतार लेकर महाबली चंद्रासुर का वध किया था।
 * दुर्गा माता का महिषासुर का वध: दुर्गा पूजा के दसवें दिन दुर्गा माता ने महिषासुर का वध किया था, जिसे दशहरा के रूप में मनाया जाता है।
दशहरा का महत्व:
 * बुराई पर अच्छाई की जीत: दशहरा हमें यह शिक्षा देता है कि बुराई हमेशा अस्थायी होती है और अच्छाई की जीत होती है।
 * नए शुरुआत: दशहरा नए साल की शुरुआत का प्रतीक है। इस दिन लोग नए काम शुरू करते हैं और नए लक्ष्य बनाते हैं।
 * सकारात्मक ऊर्जा: दशहरा के दिन लोग अपने घरों को साफ-सुथरा करते हैं और दीपक जलाते हैं, जिससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
 * संस्कृति और परंपरा: दशहरा भारत की समृद्ध संस्कृति और परंपरा का प्रतीक है।
दशहरा कैसे मनाया जाता है?
 * रावण दहन: दशहरा के दिन रावण का पुतला जलाकर बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाया जाता है।
 * विजयदशमी: इस दिन लोग अपने घरों में पूजा करते हैं और एक-दूसरे को बधाई देते हैं।
 * अपने घरों को सजाना: लोग अपने घरों को रंगोली और दीपक से सजाते हैं।
 * नए कपड़े पहनना: दशहरा के दिन लोग नए कपड़े पहनकर त्योहार मनाते हैं।

दशहरा के बारे में कुछ रोचक तथ्य
आपने बहुत अच्छे सवाल पूछे हैं। दशहरा एक ऐसा त्योहार है जिसके बारे में जानने में हमेशा मज़ा आता है। आइए इन सवालों के जवाब ढूंढते हैं:
विभिन्न क्षेत्रों में दशहरा कैसे मनाया जाता है?
 * कश्मीर: कश्मीर में दशहरे को 'शारदीय नवरात्रि' के रूप में मनाया जाता है। यहां लोग मां दुर्गा की पूजा करते हैं और विशेष प्रकार के पकवान बनाते हैं।
 * बंगाल: बंगाल में दशहरे को 'दुर्गा पूजा' के रूप में मनाया जाता है। यहां विशालकाय मूर्तियां बनाई जाती हैं और कई दिनों तक उत्सव मनाया जाता है।
 * दक्षिण भारत: दक्षिण भारत में दशहरे को विजयदशमी के रूप में मनाया जाता है। यहां भी रावण दहन किया जाता है और लोग नए कपड़े पहनते हैं।
दशहरा के दिन कौन-कौन से शुभ कार्य किए जाते हैं?
 * पूजा-अर्चना: दशहरे के दिन लोग मां दुर्गा और भगवान राम की पूजा करते हैं।
 * रावण दहन: रावण का पुतला जलाकर बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाया जाता है।
 * नए कपड़े पहनना: लोग नए कपड़े पहनकर त्योहार मनाते हैं।
 * दान करना: दान करना दशहरा के दिन बहुत शुभ माना जाता है।
 * विष्णु सहस्रनाम का पाठ: कई लोग विष्णु सहस्रनाम का पाठ करते हैं।
दशहरा के दिन कौन से भोजन बनाए जाते हैं?
दशहरे के दिन विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग प्रकार के भोजन बनाए जाते हैं। कुछ सामान्य भोजन हैं:
 * पूरी: दक्षिण भारत में पूरी बनाना बहुत आम है।
 * कचौरी: उत्तर भारत में कचौरी बहुत पसंद की जाती है।
 * कुट्टू की पुड़ी: व्रत के दौरान कुट्टू की पुड़ी बनाई जाती है।
 * मिठाई: विभिन्न प्रकार की मिठाइयाँ जैसे कि बर्फी, पेड़ा आदि बनाई जाती हैं।
दशहरा से जुड़े कुछ प्रसिद्ध लोकगीत या कहानियां क्या हैं?
दशहरा से जुड़ी कई प्रसिद्ध लोकगीत और कहानियां हैं जैसे:
 * रामायण: यह दशहरा की सबसे प्रसिद्ध कहानी है।
 * दुर्गा माता की कहानियां: दुर्गा माता के विभिन्न रूपों से जुड़ी कहानियां।
दशहरा और दीपावली के बीच क्या संबंध है?
दशहरा और दीपावली दोनों ही भारतीय त्योहार हैं और इनके बीच गहरा संबंध है। दशहरा के बाद ही दीपावली मनाई जाती है। दोनों ही त्योहारों में बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाया जाता है।
दशहरा के दिन कौन-कौन से मंत्रों का जाप किया जाता है?
दशहरे के दिन विभिन्न देवी-देवताओं के मंत्रों का जाप किया जाता है जैसे:
 * दुर्गा चालीसा: दुर्गा माता की स्तुति में गाया जाने वाला एक चालीसा।
 * श्री राम चरित मानस: रामचरित मानस का पाठ किया जाता है।
 * विष्णु सहस्रनाम: विष्णु जी के हजार नामों का जाप किया जाता है।

 



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