आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ में सनी शर्मा एक बार फिर से आप सभी के लिए महत्वपूर्ण जानकारी लेकर आएं जो भगत जन किस में किसी देवता की सवारी चौकी लेने के इच्छुक हैं उन लोगों के लिए यह पोस्ट कारगर सिद्ध होगा सर्वप्रथम गति नहीं है पहले आपको बता दूं कि गुरु होना जरूरी होता है साधना सिद्धि गुरु के बिना ज्ञान प्राप्त नहीं कर सकता है संसार में गुरुओं की भक्ति है जिनके पास ज्यादा जानकारी के लिए मेरे यूट्यूब चैनल जरूर जाए उसको अच्छे से देखें सब्सक्राइब करें साधना के अनुसार मेरा खर्चा रहता है जिसकी जानकारी वेबसाइट पर आपको मिल जाएगी साधना सिद्धि में जो भागा जन चलते हैं उन लोगों के ऊपर पहले यह सवारियां आती हैं फिर देता उनके शरीर पर सवार होता है पहले आपके घर के पित्र बुजुर्ग होते हैं
जिनको हम पूछ कर चलते हैं यह कुलप्रथा होती है फिर आपके कुलदेवता होते हैं फिर आप की कुलदेवी होती है और एक स्थान देता यह 4 देवताओं को आप को आगे लेकर चलना पड़ता है यह देवता कभी भी आप बदल नहीं सकते हो यह सिम ही रहते हैं और आप अपने इष्ट देवता को खुद इच्छा अनुसार किसी भी देवता को मान सकते हो लेकिन इष्ट देवता भी बार-बार बदला नहीं जाता है सोच समझ कर ही यह कि आप करें कुछ लोग भोलेनाथ को मानकर चलते हैं कुछ लोग गुरु गोरखनाथ को मान कर चलते जो लोग गुरु ज्ञान में चलते हैं गुरु के द्वारा गुरु मंत्र जो मिलता है गुरु मंत्र में किस शक्ति का आवाहन करते हो वही आपका इष्ट देवता हो जाता है चाहे वह नाथ और नाथ संप्रदाय में गुरु गोरखनाथ जी को पूजा जाता है उसी प्रकार से सिस्टम आपके ऊपर चल जाता है आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ सनी नाथ शर्मा ।
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