हजरत ख्वाजा पीर जी की साधना कैसे लेते ही ख्वाजा पीर की सवारी 101 जाप नित्य करे HAZRAT KHWAJA PEER KI SADHANA SIDDHI KAISE LETE HAI PEER KI SAWARI

आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ में सनी शर्मा एक बार फिर से आप सभी के लिए हजरत ख्वाजा साहब की साधना लेकर आया हूं नीचे दिए गए कलाम का प्रयोग योग्य गुरु के सानिध्य में करें इसके लिए आपको हरे रंग की तस्वी या हरे रंग की हकीक की माला का प्रयोग करना है और एक आसन के ऊपर विराजमान होकर एक सरसों के तेल का चिराग लगाना है और आप लोगों को नीचे दिए गए मंत्र का 101 बार या इससे अधिक अपनी समर्था अनुसार आपको मंत्र जाप करना 41 दिनों तक आपने इस मंत्र का प्रयोग करना है और जो लोग गुरु दीक्षित है वह गुरु के सानिध्य में चलेंगे इस मंत्र का प्रयोग करने से पहले कुछ नियम है वह जरूर समेले जैसे कि ब्रह्मचारी भूमि के ऊपर लेटना और कम बोलना साधना का नियम है इस मंत्र का जितना ज्यादा जाप करोगे उतना ही चमत्कार आप लोगों को देखने को मिलेगा इस मंत्र के पहले 11 बार दरूद शरीफ का पाठ जरूर करें फिर ही इस कलाम का प्रयोग करें और उसके बाद फिर 11 बार अवश्य पढ़ें वाइट कलर का कुर्ता पजामा पहन कर अथवा लेडीस इस मंत्र का प्रयोग करते हैं तो वह है लाल रंग का सूट या वाइट कलर का सूट पहन कर सर को ढककर ही साधना कर सकते हैं शुद्धता का खासकर ध्यान रखें ख्वाजा जी के नाम की कच्ची और पक्की हाजिरी भरनी है कच्ची हाजिरी में आप लोगों ने दलिया आज बताओ देसी घी डाल देना है यह कच्चा समान नदी पर देना है 7 बार छोड़ना है नदी में और 7 बार मंत्र का प्रयोग करना है ऐसे ही पक्की हाजरी में आपको दलिया बना लेना है उसमें चीनी डाल देनी है उसमें डाल के 7 बार मंत्र पढ़ना है और साथ छोड़ना है इसमें ज्यादा भोग देने की जरूरत नहीं है और एक बात आपको बताता हूं इस मंत्र के प्रयोग से पहले अपनी समर्थ अनुसार बाबा की दरगाह में जरुर चढ़ाएं लोबान की धूनी अथवा मीठे चावल अपने आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ ।

ख्वाजा जी का कलाम 

बिस्मिल्लाह रहमान रहीम अल्हमद के या खुले आलमीन औज़बिल्लाहमिनशैतानरज़ीम जल में समाये ख्वाजा सखी सर्वर सुलतान पीर मैं ख्वाज़ा दा बालका ख्वाजा मेरा पीर बंदिया दे बंध छुड़ा दे मेरा ख्वाजा जिंदा पीर खाकी चले नूरी चले चले पंज़ो पीर ख्वाजा मेरा काम करे वसीला दस्तगीर बरहक कलमा लाइलाहा मोहम्मद या रसूल अल्लाह।


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