ग्रहण काल में मंत्रों की सिद्धि कैसे करते हैं एक से अधिक शाबर मंत्र की सिद्धि करने की विधि विधान सूतक लगने पर क्या करें और क्या ना करें ध्यान से पढ़ें इस पोस्ट को SURYA GRAHAN PAR MANTRO KI SIDDHI KARNE KI VIDHI

आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ मैं सनी शर्मा एक बार फिर से आप सभी के लिए ग्रहण काल पर शाबर मंत्रों की सिद्धि कैसे करते हैं जो लोग भक्ति कर्म में चलते हैं उन लोगों के लिए कुछ नक्षत्र कुछ शुभ मुहूर्त कुछ दिन वातावरण और कुदरत की तरफ से कुछ दिव्य शक्तियां होती हैं जो जल्दी सिद्ध होती हैं नक्षत्रों पर ग्रहण काल होली दीपावली उसके अलावा जयंती होगी नक्षत्र होते साल का आखिरी सूर्य ग्रहण आइए इस ग्रहण में आप एक से अधिक मंत्रों का जप करके आप उनको सिद्ध कर सकते हैं उन मंत्र का प्रयोग कर सकते हो ज्यादा जानकारी के लिए मेरे यूट्यूब चैनल सनी नाथ पर विजिट जरूर करें चैनल को सब्सक्राइब और बैल आइकन पर क्लिक करें लाइव चैट में मेरे साथ फ्री में बातचीत कर सकते हो बाकी की जितनी सर्विस है वह पेड़ है जिनकी जानकारी मेरी वेबसाइट और मेरी यूट्यूब के डिस्क्रिप्शन बॉक्स में आपको मिल जाएगी सूर्य ग्रहण जो लगना है यह 4 घंटे 3 मिनट का होगा सूर्य ग्रहण दोपहर 2:29 पर लगेगा इसका समापन शाम को 6:32 पर हो जाना है भारत में इसकी शुरुआत जो है वह 4:22 में होनी है इसीलिए आपके पास पौने 2 घंटे 2 घंटे तक का ही समय रहेगा दिवाली का त्यौहार है 24 अक्टूबर को पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है इसके अगले दिन 25 अक्टूबर को साल का दूसरा सूर्य ग्रहण अंतिम सूर्य ग्रहण लगेगा यह भारत के रूप में देखा जा सकता है यह सूर्य ग्रहण मैं आप साधना सिद्धि कर सकते हो सूतक सूर्य ग्रहण 12 घंटे पहले लगता है भारत में सूर्य ग्रहण का आरंभ 4:05 हो रहा है ऐसे में यहां पर सूत्र 25 अक्टूबर को सुबह 4:22 पर ही लग रहा है यानी दिवाली की अगली सुबह ही सोता रहेगा सूतक के दौरान कुछ नियमों का पालन करना आवश्यक होता है सूतक काल में ना ही भोजन बनाया जाता है ना ही ग्रहण किया जाता है हालांकि बीमार वृद्ध और गर्भवती महिला के लिए यह नियम लागू नहीं होते हैं यदि भोजन पहले बना रखा है तो तुलसी का पत्ता तोड़ कर डाल देते हैं दूध में और इस से बनी चीजें पानी में तुलसी का पत्ता डालें तुलसी के पत्ते के कारण दूषित वातावरण का प्रभाव पर नहीं आता है लगने के साथ गर्भवती महिलाएं विशेष रुप से ध्यान रखें सूतक काल में ग्रहण पूरा होने तक घर से बाहर नहीं निकलना है अपने पेट के हिस्से पर लगा कर रखें सूतक काल में ग्रहण काल समाप्त होने तक गर्भवती स्त्रियां किसी प्रकार की नुकीली वस्तुओं का इस्तेमाल नहीं करेंगे सूतक काल में घर के मंदिर में भी पूजा पाठ ना करें इसके स्थान पर मानसिक जाप करना फलदाई होता है यह कुछ नियम है और साधना सिद्धि में आप लोग 4:22 पर किसी भी मंत्र का संकल्प लेकर बैठ सकते हो 6:32 तक का ही आपके पास समय है ग्रहण काल में मंत्र सिद्ध करते समय याद रखना एक जल का लोटा अपने पास रखना जोत अगरबत्ती आप कर सकते हो आप चाहे तो इसमें हवन भी कर सकते हो कोई गुनाह नहीं है और पोस्ट को अच्छे से पढ़ लेना कोई मंत्र सिद्ध करना है अरदास लगाकर मेरे से तो मेरी अरदास का खर्चा ₹2550 है जो कि पहले ही लग जानी है सूतक काल से पहले ही अरदास लगनी है सूतक काल के बीच में किसी की अरदास नहीं जाएगी सुबह के बाद किसी की अरदास नहीं लगनी मेरे पास अरदास लगवाने के लिए मेरे व्हाट्सएप नंबर पर मैसेज कर सकते हो आप बाकी की जानकारी इस वेबसाइट पर अच्छे से मिल जाएगी किसी मंत्र के बारे में पता नहीं लगता है तो आप मेरे साथ बातचीत करके पूछ सकती इस पोस्ट को पढ़ने के बाद मेरा नंबर मेरी वेबसाइट और मेरी यूट्यूब चैनल पर मिल जाएगा फ्री में जानकारी चाहते हो तो वेबसाइट पर जरूर भी सेट करें और मेरी यूट्यूब चैनल सनी नाथ पर विजिट करें सब्सक्राइब और बैल आइकन पर क्लिक कर ले लाइव चैट में मेरे साथ फ्री में बातचीत कर सकते हो आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ सनी नाथ शर्मा ।

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