श्री गणेश जी के दुर्लभ पंचबाण मंत्र GANESH JI KE PANCH BAAN PARYOG DUNIYA KA HAR KAM CHUTI BAJATE HOGA ANUBHUT PARYOG

दिवाली पर गणपति जी के पांच बहनों का प्रयोग कर सकते हो आप पूर्ण रुप से गुरु सानिध्य में इन वालों का प्रयोग करके आप सिद्धि हासिल कर सकते हो जिन लोगों के घर में लक्ष्मी का आगमन नहीं होता है खर्चा ज्यादा होता है साधना में सफलता नहीं मिलती है और आप ऐसे ही भटक रहे हो तो आप को पूर्ण रूप से इस साधना से लाभ प्राप्त होगा हर एक मान का पांच पांच माला आपने जब करना है सर्वप्रथम शाबरी विद्या है कंठस्थ कर लेन पूर्ण रूप से इस मंत्र को जगाने के लिए आप मेरे साथ कंसल्ट कर सकते साधना में हवन होना है और हवन का जो खर्चा भोग प्रसाद वह आपका ही रहता है मंत्र कंटेस्ट करने के बाद नीचे बताएगी विधि के अनुसार ही आपने इस बाण का प्रयोग करना है इस बहन के साथ आपके ऊपर लक्ष्मी माता की कृपा होती है मां सरस्वती की वाक् सिद्धि प्राप्त होती है गणपति गणेश एवं भोलेनाथ के दर्शन और उनकी कृपा प्राप्ति होते मंत्र जागृत होते विभिन्न प्रकार की सिद्धियां प्राप्त होती है जिन सिद्धियों के पीछे आज कल की दुनिया भागती है गुरु सानिध्य में ही इस मंत्र का प्रयोग करें बिना गुरु के इस मंत्र का कोई प्रयोग नहीं है इस मंत्र को ऐसे मंत्र जाप नहीं करना है जब तक आपके गुरु नहीं है गुरु आज्ञा करेंगे तो ही मंत्र का पूर्ण रूप से अनुष्ठान करना है आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ सनी नाथ शर्मा ।

ॐ गुरुजी समरुं ,गुणपति साधूं ,लाण डाकण मांरु चार सिकोत्तरे पाए  लगाडूँ,गुणपति राजा घोडे चडीयां भूत पलित में विघन हमेशा होंकारा पिछा फरे तो माई पार्वती जी का दुध हराम करे  ॐ गुरुजी गुणेश बोले भोले,सवा सैर लाडू खावे होंकारा सो कोस जावे हमेशा होंकारा पिछा फरे तो माई पार्वती जी का दुध हराम करे ॐ गुरुजी बोडोया वीर तुं बोलीया वीर जब जग तारी सेवा करुं लीला थई शिर धरुं माथे मांडु पलाण गसाण मांथी मुठी करुं कहोने संतो राम राम ॐ गुरुजी तम गणेश गोरी का पुत ज्यां समरुं त्या आयो जीत तमारा पिता ईश्वर महादेव साची तमारी सेवा करुं हमेश कामे पधारो लाडु सिन्दुरनी पडी लविंग सुपारी पान बिडूं श्री गणपती उर मां धरुं ॐ गुरुजी सोधबाई से चला आय राजा प्रजा लागे पाई वाटे घाटे न मारी ओजवाई ज्यां समरुं त्या आगेवान  

आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ सनी नाथ शर्मा आप सभी के लिए गणेश जी के पांच बार लेकर आया हूं दिवाली से आपने इन का अनुष्ठान शुरू कर देना लाल लंगोट पहन कर गणपति जी की मूर्ति को अक्षत्र दूध चढ़ाकर फिर आपने दूध दही जल से कम अरमान स्नान करवाएं स्नान करवाते ओम गुरुजी गन गणपतए नमः ॐ गणपतए नमः पुष्प चढ़ाने है चूरमे के लड्डू नैवेद्य पान का बीड़ा लोंग सुपारी दक्षिणा अपनी सम्मुख रखी गूगल की धूप देकर आरती करें उसके पश्चात पांचवा मंत्र का जप करें 5 माला जप के पश्चात चूरमे के लड्डू का भोग लगाएं शेष सारी सामग्री भूमि में आपने गार्ड देनी है या अपने गणपति गणेश जी के मंदिर में चढ़ा देना या अपने जल प्रवाह कर दें आसन के ऊपर अक्षत तक संभाल कर रखें इच्छित कार्य में जाते समय गूगल की धूप देकर पांच बानो का 5 बार जप करके अक्षत्रो चिंतन करें कार्य अवश्य पूर्ण होगा यह एक प्रमाणित प्रयोग है यह पांचवा गुरु सानिध्य में ही आपने प्रयोग करना सर्वप्रथम इन की सिद्धि आप सवा महीने में कर सकते हो गुरु कृपा से ही इनका प्रयोग करना है ज्यादा जानकारी के लिए मेरे यूट्यूब चैनल सनी नाथ पर विजिट करें चैनल को सब्सक्राइब और बैल आइकन पर क्लिक करें लाइव चैट में मेरे साथ फ्री में बातचीत कर सकते हो बाकी की सारी सर्विस पेड़ है जिनकी जानकारी आपको मेरी वेबसाइट और मेरे यूट्यूब के डिस्क्रिप्शन बॉक्स में मिल जाएगी आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ सनी नाथ शर्मा ।

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