श्री गुरु गीता पार्ट ३
महादेव जी कहते है—
यदि मैं नाराज हो जाऊ तो तुम्हारे गुरुदेव बचाने वाले है,किंतु यदि तुमने अपने गुरुदेव को रूष्ट कर दिया तो तुमको बचाने वाला इस संसार में कोई नही होगा।
गुरु ही 2 आखों वाले शिव जी है,दो हाथो वाले विष्णु जी है और एक मुख वाले ब्रह्मा जी है।
श्री गुरुदेव की कृपा के बिना करोड़ों शास्त्रों से भी आपको मुक्ति और मन की शांति नहीं मिल सकती।
जो प्राणी गुरु निंदा करता है,वह प्राणी जब तक सूर्य चंद्रमा का अस्तित्व रहता है तब तक घोर नरक में पड़ा रहता है।
मनुष्यो को प्राण निकलने के वक्त तक गुरुदेव की शरण नही छोड़नी चाहिए,आत्मज्ञानी होने के बाद भी गुरुदेव के चरणों में रहना चाहिए।
गुरुदेव की सेवा ही सारे तीर्थों की सेवा है,गुरुदेव का शरीर अक्षय वट वृक्ष के समान है।
गुरुदेव ही साक्षात विश्वनाथ है और साक्षात ब्रह्म है।
विद्या गुरुदेव के मुख में रहती है,और वह उनकी कृपा से ही प्राप्त होती है।
अतः सबको गुरुदेव की सेवा करनी चाहिए,गुरुदेव का ही ध्यान करना चाहिए🙏🙏🙏
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हर हर महादेव🙏🙏🙏🙏🙏
जय जय सदगुरु ❤️❤️❤️❤️❤️
जय माता दी🙏🙏🙏🙏🙏
Sunnysharmanathpanth 🙏🙏🙏
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