गोगा जाहरवीर महाराज की साधना एवं व्रत कैसे करते हैं गोगा जी की सवारी लेने की विधि विधान GOGA JAHAVEER MAHARAJ KE VART AUR SADHANA SIDDHI

आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ आप सभी के समक्ष गोगा जाहर पीर महाराज जी के व्रत एवं उनकी साधना आप कैसे कर सकते हो गोगा जाहर पीर महाराज बहुत ही शक्तिशाली लोकप्रिय देवता है गुरु गोरखनाथ जी महाराज के परम प्रिय शिष्य गोगा जाहर पीर महाराज मां बाछल के बेटा पिता जेवर जी के पुत्र हैं इनकी साधना गुरु दीक्षा के बाद ही करी जाती है इनके पास 33 कोटि देवी देवता 5200 सुर्खी उसके अलावा कई प्रकार की अन्य शक्तियां पांचवीर और पांचपीर इनके साथ चलते हैं इनकी शक्ति प्रचंड है इनकी शक्ति उजागर होने के बाद आपको कई प्रकार की शक्तियों का एहसास एवं दर्शन होते हैं।

गोगा जाहरवीर महाराज के व्रत आप रविवार गुरुवार इन दोनों में से किसी भी दिन से शुरू कर सकते हो गुरुवार को अगर करते हो तो गुरु गोरखनाथ महाराज को आगे रखकर आपने व्रत करने हैं नहीं तो आप रविवार से भी इनके व्रत कर सकते हो नाग देवताओं की आपको सेवा करनी है भोग स्वरूप आपको फलाहार ही लेना है और देता को आपको दूसरे बनी कोई भी मिठाई आप खीर का भोग लगा सकते हो 41 दिन के व्रत रखने हैं तो लगातार भी रख सकते हो नहीं तो आप रविवार की रविवार या गुरुवार की गुरुवार भी इनके नाम के व्रत रखते रख सकते हो इनके व्रत आपने श्रावण मास में जेठ महीने में रखने हैं वह भी गुरु आज्ञा से और ब्रह्मचर्य के पालन करते हुए उसमें आपने की सेवा एवं  गुरु महाराज गुरु गोरखनाथ जी के धुने की सेवा आपने करनी है।

कोई भी आसन रुद्राक्ष की माला का प्रयोग करते हुए आपको सेवा करनी गुरु के नियम नहीं तोड़ने है । आपको यह सब गुरु कृपा से करना है गुरु मंत्र जाप करना है और आप अनुभव किसी को बताते नहीं है यह मंत्र आपको 11 माला जपना है नियत इस मंत्र से आपको सवारी भी आ सकती है गौमाता की सेवा और सदगुरु की सेवा भी करनी है साथ मैं बाकी आप सारा विधान मेरे चैनल पर देख सकते है ।

गोगा जाहरवीर महाराज का सवारी चौकी मंत्र 

ॐ श्री जहरविराये नमः 

Om shri jaharviraye namah 

Note:- साधना गुरु दीक्षित वाले ही करेगे सेवा भगति करनी है तो नॉर्मल दीपक पूजा पाठ आरती कर सकते हो आदेश आदेश सन्नी नाथ शर्मा ।




 

No comments:

Post a Comment