ख्वाजा पीर की सट्टा साधना कोई भी कर सकता है इसको,आप इस साधना को करके जन कल्याण भी कर सकते ।यदि आप बिना गुरु के यह साधना करते हो तो भी सफलता मिल जायेगी क्युकी ख्वाजा पीर एक ऐसे पीर है जिनका कोई भई या डर नही ।हो सकता जब पीर जी आएं तो आपको पानी का अनुभव हो अपने आस पास जल दिखे।सपने मैं खुद को डूबते हुए देखना या बड़ी सी मछली के ऊपर खुद को सवार देखना। ख्वाजा साहब शक्ति अपनी आपको सपने मैं दिखाएंगे।
साधना के नियम
यह साधना 41दिन की है।जब मंत्र करे तोह मिट्टी के बर्तन में अपने सामने पानी भरकर रखें। इसमें थोड़े कच्चे चावल डालें और आधा चमच देसी घी साथ 2 बताशे, 2लौंग, 2इलाची,और इसको ढक्कन के बंद करदे।रोज यह पानी बदलें।पांच प्रकार के फूल रखें।पांच अगरबत्ती जलाएं ।थोड़ा सा इत्र छिड़क दे।मंत्र की 11या 21माला जप करें। तस्वि के ऊपर जप करें।भ्रमचार्या का पालन करना है।सफेद रंग का कुर्ता पायजामा पहने।रविवार के दिन कच्ची और पक्की हजारी भरें।
मंत्र इस प्रकार है,
बिस्मिल्लाह की तख्ती आली का तीर,आके सट्टे का नंबर बता ख्वाजा पीर।
जब आपको इस मंत्र की सिद्धि की प्राप्त होगी तो आपको दरगाएं दिखेंगी।जो सच्चे मन से यह जप करेगा उसे न ही सिर्फ सट्टे का नंबर बल्कि इल्म भी सिखाएंगे पीर साहब।
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