पीर इलाही बक्श की साधना, कलाम, जाप।पीर हजरत इलाही बक्श पके पुल वाले सबल सिंह केसरमल का जोड़ा इनकी चौकी सवारी।इनकी साधना बोहोत ही दुर्लब है और जिनपे इनकी कृपा हो जाती है दुनिया का हर काम करने मैं समर्थ हैं यह।जो भी साधना करें पूर्ण रूप से गुरु सानिध्य और गुरु आज्ञा से ही करें।यह सारी शक्तियां ख्वाजा जी के सानिध्य मैं ही चलती हैं।इनकी साधना करने वाले व्यक्ति पर ये आपार कृपा करते हैं यह कोई भी काम निकाल सकते हैं जैसे की आप पर कोई तांत्रिक क्रिया आती है ,या कोई बंधन लग जाते हों कोई आपकी चीज़ बांध देता है,अथवा कोई तांत्रिक आपके साथ छेड़ छाड़ करता हो यानी की पास्ट, प्रेजेंट और फ्यूचर तीनों के बारे मै पहले से आपको बता देते हैं। इनके जोड़े मैं कई पीर चलते हैं जैसे पीर हस्तबली, मामू पीर, हज़रत मौला अली साहब।
साधना की विधि
किसी भी शुक्ल पक्ष के गुरुवार से शुरू कर सकते हैं, हरे रंग की तस्वी के ऊपर जप करना है,मेरे द्वारा बताए गए मंत्र की 5माला जापनी है, उससे पहले लोबान की धूनी देनी है ,पांच आपने गुलाब के फूल चढ़ाने हैं,इनके नाम की एक चद्दर निकलनी है।आसन आपका नीला,हरा,या सफेद मैं से एक होगा और उसी प्रकार के रंग के कपड़े होंगे।सवा किलो की मीठे चावलों की देग लगानी है।सरसों के तेल का दीपक और 5अगरबत्ती लगानी है।जो लोग यह साधना करना चाहते हैं वो मुझसे फोन पर बात चीत करके मंत्र ले सकते हैं क्युकी मंत्र मैं इंटरनेट पर नही दूंगा यह एक गुप्त साधना है।
नोट : मेरा काम आप लोगों को जानकारी देना है अगर आप पीर अस्तबली साहब की साधना करना चाहते हो इस साधना की पूर्ण रूप से गुरु दीक्षा लेकर ही आपने मंत्र का जाप करना है इसके लिए आपको पूर्ण रूप से गुरु विधान गुरु आज्ञा और गुरु की नियमों की जरूरत होती है । साधना फीस 5100 है बिना गुरु के करते हो लेखा जोखा आपका मेरा काम कलाम और जनकारी देना आदेश आदेश सन्नी नाथ शर्मा whatsaap 9891595270 !
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